टॉपर घोटाला: प्रॉडिकल गर्ल का प्रिंसिपल था यह बच्चा, हाईकोर्ट ने दी जमानत
बिहार बोर्ड में हुए टॉपर घोटाले के मास्टरमाइंड बच्चा राय को पटना हाईकोर्ट ने जमानत दे दी। क्या है यह घोटाला और किस आधार पर मिली जमानत, पढि़ए इस खबर में।
By Amit AlokEdited By: Published: Wed, 16 Jan 2019 08:43 PM (IST)Updated: Wed, 16 Jan 2019 10:26 PM (IST)
पटना [जेएनएन]। सन् 2016 में बिहार के वैशाली का विशुन राय महाविद्यालय अचानक सुखिर्यों आ गया था। पुलिस ने कॉलेज के प्राचार्य बच्चा राय को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बिहार बोर्ड) में हुए परीक्षा घोटाला के सिलसिले में जून 2016 में गिरफ्तार कर लिया था। पटना हाईकोर्ट ने बुधवार को उसे तीन महीने की अंतरिम जमानत दे दी।
विदित हो कि 2016 की इंटर आर्ट्स परीक्षा में वैशाली के विशुन राय महाविद्यालय की छात्रा रूबी राय ने टॉप किया था। इसके बाद मीडिया इंटरव्यू में उसने अपने विषय पॉलिटिकल साइंस को 'प्रोडिकल सांइस' कहते हुए बताया कि इसमें खाना बनाने की पढ़ाई होती है। बच्चा राय के कॉलेज की इस प्रोडिकल गर्ल के उक्त इंटरव्यू के बाद विवाद बढ़ता गया और सरकार ने जांच समिति गठित कर दी। इसके बाद घोटाले की परतें उघड़ती चली गईं।
इस टॉपर घोटाला में बच्चा राय की प्रमुख भूमिका बताई गई है। परीक्षा में बच्चा राय के कॉलेज के छात्र टॉप किया करते थे। इस गोरखधंधे में बिहार बोर्ड के बड़े अधिकारियों की संलिप्तता रहती थी। घोटाले की गाज बिहार बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद तथा उनकी पत्नी सहित कई अन्य दिग्गजाें पर भी गिरी। इस सिलसिले में बच्चा राय जून 2016 में गिरफ्तारी के बाद से जेल में है। बुधवार को पटना हाईकोर्ट ने उसे जमानत दे दी।
जमानत पर सुनवाई के दौरान बच्चा राय के वकील ने कहा कि फिलहाल वे शुगर की बीमारी से बुरी तरह से प्रभावित हैं। उनकी हृदय गति सामान्य रूप से नहीं चल रही है। ब्लड प्रेशर ने भी परेशान कर रख है। इन सारी बीमारियों का इलाज जेल में संभव नहीं है। इस बीच अभियोजन पक्ष की तरफ से अपर लोक अभियोजक अजय मिश्रा ने ट्रायल कोर्ट में चल रही कार्यवाहियों की जानकारी दी।
विदित हो कि 2016 की इंटर आर्ट्स परीक्षा में वैशाली के विशुन राय महाविद्यालय की छात्रा रूबी राय ने टॉप किया था। इसके बाद मीडिया इंटरव्यू में उसने अपने विषय पॉलिटिकल साइंस को 'प्रोडिकल सांइस' कहते हुए बताया कि इसमें खाना बनाने की पढ़ाई होती है। बच्चा राय के कॉलेज की इस प्रोडिकल गर्ल के उक्त इंटरव्यू के बाद विवाद बढ़ता गया और सरकार ने जांच समिति गठित कर दी। इसके बाद घोटाले की परतें उघड़ती चली गईं।
इस टॉपर घोटाला में बच्चा राय की प्रमुख भूमिका बताई गई है। परीक्षा में बच्चा राय के कॉलेज के छात्र टॉप किया करते थे। इस गोरखधंधे में बिहार बोर्ड के बड़े अधिकारियों की संलिप्तता रहती थी। घोटाले की गाज बिहार बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद तथा उनकी पत्नी सहित कई अन्य दिग्गजाें पर भी गिरी। इस सिलसिले में बच्चा राय जून 2016 में गिरफ्तारी के बाद से जेल में है। बुधवार को पटना हाईकोर्ट ने उसे जमानत दे दी।
जमानत पर सुनवाई के दौरान बच्चा राय के वकील ने कहा कि फिलहाल वे शुगर की बीमारी से बुरी तरह से प्रभावित हैं। उनकी हृदय गति सामान्य रूप से नहीं चल रही है। ब्लड प्रेशर ने भी परेशान कर रख है। इन सारी बीमारियों का इलाज जेल में संभव नहीं है। इस बीच अभियोजन पक्ष की तरफ से अपर लोक अभियोजक अजय मिश्रा ने ट्रायल कोर्ट में चल रही कार्यवाहियों की जानकारी दी।
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