पटना हाईकोर्ट ने वकील से पूछा- प्यार की परिभाषा बताइए, चकरा कर बोले- नहीं जानता, मैनें प्यार ही नहीं किया
बिहार के गया में एक प्रेमी जोड़े ने घर से भाग कर शादी कर ली। लड़की के पिता ने लड़की पर अपहरण का मुकदमा कर दिया। इस मामले में लड़के की जमानत की सुनवाई के दाैरान पटना हाईकोर्ट ने वकील से प्यार की परिभाषा पूछा।
पटना, निर्भय सिंह। प्यार (Love) क्या है, इसपर बुहत कुछ लिखा-पढ़ा जा चुका है। फिल्में भरी पड़ी हैं। लेकिन पटना हाईकोर्ट (Patna High Court_) ने जब एक वकील साहब (Lawyer) से इसकी परिभाषा (Definition of Love) पूछा तो वे चक्कर खा गए। मामला एक लड़की के अपहरण (Honeymoon Kidnapping) के मामले में आरोपित की जमानत (Bail) पर सुनवाई के दौरान का है।
लड़की भगाकर शादी के मामले में सुनवाई
पटना हाई कोर्ट में गुरुवार को बिहार के गया की एक लड़की को भगा कर ले जाने के बाद उससे शादी करने के मामले में सुनवाई चल रही थी l वकील साहब ने दलील दी कि लकड़ी के पिता ने अपरण का झूठा केस किया है, यह मामला राजी-खुशी से शादी का है l वकील साहब ने कोर्ट को यह भी बताया कि लड़की ने भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता (CrPC) की धारा 164 के अंतर्गत अदालत में गवाही भी दी है, जिसमें उसने आरोपित लड़के से प्यार व शादी करने की बात बताई है।
कोर्ट ने वकील से पूछा- प्यार क्या है, बताइए
अपहरण के इस मुकदमें में आरोपित की जमानत मांग रहे वकील साहब तब पेशोपेश में पड़ गए, जब हाईकोर्ट की एकलपीठ ने पूछा, "वकील साहब पहले यह बताएं कि प्यार क्या होता है? क्या आप प्यार की परिभाषा जानते हैं?'' कोर्ट के इस सवाल पर वकील साहब चकरा गए l कुछ क्षणों तक उन्होंने चुप्पी साध ली l जज साहब ने फिर अपना सवाल दोहराया l इसपर वकील साहब ने कहा, "हुजूर मैंने कभी भी किसी लड़की से प्यार नहीं किया है, इसलिए प्यार की परिभाषा नहीं पता है l''
अब चर्चा में कोर्ट का सवाल व वकील का उत्तर
अब मुकदमे में कोर्ट के प्यार को लेकर सवाल और वकील साहब के उत्तर की खूब चर्चा हो रही है। वैसे, बताते चलें कि कोर्ट ने प्यार की परिभाषा सुने बिना ही आरोपित को जमानत दे दी l