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अतिक्रमण के खिलाफ बोरिंग रोड से शुरू हुआ अभियान, पटना स्‍टेशन के पास हटाये जा रहे ऑटो

यातायात व्यवस्था के चरमराने के बाद जिला प्रशासन ने अतिक्रमण हटाओ अभियान की शुरुआत की है। सड़क किनारे की दुकानें हटेंगी। यातायात परिचालन में बाधक तत्वों को पहचान कर पूरी तरह हटाने की योजना बनी है। बड़ी संख्या में फोर्स और दंडाधिकारी इसके लिए तैनात किए गए हैं।

By Shubh NpathakEdited By: Published: Sat, 28 Nov 2020 11:15 AM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2020 11:46 AM (IST)
अतिक्रमण के खिलाफ बोरिंग रोड से शुरू हुआ अभियान, पटना स्‍टेशन के पास हटाये जा रहे ऑटो
बोरिंग रोड में अतिक्रमण के खिलाफ शुरू हुआ अभियान। जागरण

पटना, जेएनएन। बिहार विधानसभा चुनाव और त्‍योहारों का दौर खत्‍म होते ही पटना जिला प्रशासन एक बार फिर से अतिक्रमण हटाओ अभियान में जुट गया है। पटना के प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल और जिलाधिकारी कुमार रवि के नेतृत्‍व में बोरिंग रोड से अभियान की शुरुआत हुई है। पटना जंक्‍शन के सामने बने अवैध ऑटो स्‍टैंड को भी खाली कराया जा रहा है। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में एक सप्ताह तक यह अभियान चलेगा। यातायात व्यवस्था के चरमराने के बाद जिला प्रशासन ने अतिक्रमण हटाओ अभियान की शुरुआत की है। सड़क किनारे की दुकानें हटेंगी। यातायात परिचालन में बाधक तत्वों को पहचान कर पूरी तरह हटाने की योजना बनी है। बड़ी संख्या में फोर्स और दंडाधिकारी इसके लिए तैनात किए गए हैं।

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पहले दिन अभियान में लगाई गई हैं तीन टीमें

अतिक्रमण हटाओ अभियान में पहले दिन तीन टीमें लगाई गई हैं। प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल और जिलाधिकारी कुमार रवि खुद बोरिंग रोड में भ्रमण कर रहे हैं और सड़क के किनारे के अतिक्रमण को हटाने का निर्देश दे रहे हैं। अधिकारियों ने अवैध तरीके से कब्‍जा कर बनाई गई कई दुकानों को तोड़ने का निर्देश दिए हैं। बोरिंग रोड में सड़क के किनारे लगी मोटरसाइकिल और कार पर जुर्माना भी लगाया जा रहा है।

कुछ महीनों के अंतराल पर चलता है अभियान, फिर हो जाती पुरानी स्थिति

पटना की सड़कों का अतिक्रमण से पुराना नाता है। यहां हर बार कुछ माह के अंतराल पर अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया जाता है, लेकिन अभियान खत्‍म होता नहीं कि पुरानी स्थिति लौट जाती है। सड़कों पर अवैध कब्‍जा नहीं हो, इसकी जिम्‍मेदारी स्‍थानीय पुलिस की भी रहती है, लेकिन पुलिस इस मामले में चुप्‍पी साधे रहती है।

बाधित होता है यातायात, ट्रैफिक काे संभालना हो जाता मुश्किल

शहर की सड़कों पर अवैध कब्‍जे के कारण यातायात हर रोज बाधित होता है। इस मामले में कई बार हाईकोर्ट तक को संज्ञान लेना पड़ा है। बावजूद राजधानी की सड़कें कभी भी लगातार एक महीने भी अतिक्रमण से मुक्‍त नहीं रह पातीं। यह स्थित सबसे प्रमुख बेली रोड से लेकर सबसे पुरानी सड़कों में शुमार अशोक राजपथ तक देखी जा सकती है।


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