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अब हर दिन हजार राजधानीवासियों की होगी आरटी-पीसीआर जांच, ट्रूनेट से टेस्ट का लक्ष्य भी बढ़ा

पटना में 60 से 65 फीसद लोगों की एंटीजन रैपिड किट से निगेटिव रिपोर्ट को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने फिर आरटी-पीसीआर जांच का लक्ष्य बढ़ा दिया है। इसके साथ ही कंफर्म निगेटिव रिपोर्ट देने वाली ट्रूनैट विधि से जांच का लक्ष्य भी बढ़ा दिया गया है।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Mon, 07 Dec 2020 07:56 AM (IST)Updated: Mon, 07 Dec 2020 07:56 AM (IST)
अब हर दिन हजार राजधानीवासियों की होगी आरटी-पीसीआर जांच, ट्रूनेट से टेस्ट का लक्ष्य भी बढ़ा
स्वास्थ्य विभाग ने फिर आरटी-पीसीआर जांच का लक्ष्य बढ़ा दिया है।

पटना, जेएनएन। एंटीजन रैपिड किट से संक्रमण की पहचान कम होने का कारण विशेषज्ञ प्रदेश में वायरस के माइल्ड स्ट्रेन को मान रहे हैं। 60 से 65 फीसद लोगों की एंटीजन रैपिड किट से निगेटिव रिपोर्ट को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने फिर आरटी-पीसीआर जांच का लक्ष्य बढ़ा दिया है। इसके साथ ही कंफर्म निगेटिव रिपोर्ट देने वाली ट्रूनैट विधि से जांच का लक्ष्य भी बढ़ा दिया गया है। पटना में अब हर दिन एक हजार लोगों की आरटी-पीसीआर और 250 लोगों की ट्रूनैट विधि से जांच की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने इस बाबत सिविल सर्जन और लैब को निर्देश दिए हैं। बताते चलें कि शुरुआत में 50 आरटीपीसीआर जांच जिले में होती थी। इसके बाद क्रमश: 75, 150, 200, 250, 300 और वर्तमान में 400 आरटी-पीसीआर जांच की जांच रही थीं। वहीं, पीएमसीएच में हर दिन आरटी-पीसीआर जांच का लक्ष्य हजार कर दिया गया है। यहां अभी तक हर दिन 700 नमूनों की जांच की जा रही थी।

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आरटी-पीसीआर से जांच बढ़ाने पर जोर

जिले में अभी तक 95 फीसद जांच एंटीजन रैपिड किट से की जा रही थीं। इस बीच एंटीजन में निगेटिव रिपोर्ट के बाद जब लोगों ने आरटी-पीसीआर से जांच कराई तो पॉजिटिव आई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विगत दो माह से आरटी-पीसीआर जांच की संख्या बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं। इसके आलोक में तीन दिन पूर्व स्वास्थ्य विभाग ने पहले सभी मेडिकल कॉलेजों और आरएमआरआइ, आइजीआइएमएस व एम्स आदि लैब से जांच का लक्ष्य बढ़ाया। इसके बाद सिविल सर्जनों को हर दिन आरटी-पीसीआर जांच कराने का लक्ष्य दिया गया। सरकार का उद्देश्य हर कोरोना संक्रिमत को ढूंढ़ कर उसे आइसोलेशन में भेज कर संक्रमण की चेन तोड़ने का है। बताते चलें कि पटना में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बिहार में सबसे अधिक कोरोना संक्रमित राजधानी पटना से ही मिले हैं।


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