पटना की गलियों में चलें तो जरा संभलकर, न जाने कब आपकी गाड़ी किसी नाले में चली जाए
काठ का पुल में पुलिया धंसने से आवागमन बाधित तीन दिनों पहले ट्रैक्टर गिरा बड़ी दुर्घटना टली वार्ड 61 अंतर्गत काठ का पुल के समीप पुलिया ध्वस्त होने से वाहनों का आवागमन कई दिनों से बाधित है समस्या बरकरार रहने के कारण स्थानीय नागरिकों में रोष है
पटना सिटी, जागरण संवाददाता। कहावत है कि अकेला चना भांड़ नहीं फोड़ सकता। कुछ ऐसी ही स्थिति बिहार की राजधानी पटना में देखने को मिल रही है। पटना में इस साल सड़क और पुलों की दो ऐसी सौगात मिली है, जिसके बारे में यहां के लोग केवल सपने देखते थे। आर-ब्लॉक से दीघा के बीच बने करीब छह किलोमीटर लंबे नॉन स्टॉप सिक्स लेन हाइवे और दीघा से एम्स के बीच बने 11 किलोमीटर लंबे नॉन स्टॉप एलिवेटेड हाइवे पर पटनावासी गर्व कर सकते हैं। यह सब हुआ है बिहार की सरकार और खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रयासों से। लेकिन, अगर पटना की गलियों और मुहल्लों की सड़कों की बात करें तो हालत बहुत अच्छी नहीं है। पटना सिटी के वार्ड 61 में काठ का पुल के समीप बनी पुलिया ध्वस्त हो गई है। यहां तीन दिन पहले एक ट्रैक्टर सीधे नाले में गिर गया। यह तो संयोग रहा कि ट्रैक्टर पर सवार लोग बच गए। इसी तरह का एक हादसा 31 दिसंबर की रात मंदिरी नाले की पुलिया पर हुआ था, जिसमें एक कार सवार की मौत हो गई थी।
पुलिया ध्वस्त होने से आवागमन बाधित
वार्ड 61 अंतर्गत काठ का पुल के समीप पुलिया ध्वस्त होने से वाहनों का आवागमन कई दिनों से बाधित है। लंबे समय से यह समस्या बरकरार रहने के कारण स्थानीय नागरिकों में रोष है। कई मोहल्लों से होकर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 30 तक पहुंचने वाले इस मार्ग का पुलिया ध्वस्त होने से एंबुलेंस तथा फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी नहीं चल पा रही हैं।
स्थानीय नागरिक पवन आर्यन ने बताया कि काठ का पुल के समीप सड़क के नीचे से गुजरे बड़े नाला से कई वार्ड के नालों का पानी बेलवरगंज, पश्चिम दरवाजा, नई सड़क, लोहा का पुल होते हुए गुजरा है। इस नाला का पानी जल्ला क्षेत्र तक जाता है। काठ का पुल के समीप नाले के ऊपर बनी सड़क का एक बड़ा स्लैब घर जाने से कई मोहल्लों में आवाजाही प्रभावित हो गई है। श्री आर्य ने बताया कि इस नाला के ऊपर सड़क निर्माण कर रास्ते को सुरक्षित करने के लिए प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक की विकास योजना इकाई में मेल भेज चुका हूं। अभी तक समस्या यथावत है।
काठ का पुल मोहल्ला में रहने वाले कई लोगों ने बताया कि तीन दिन पहले इस ध्वस्त नाला में ट्रैक्टर का पहिया फंस जाने से दुर्घटनाग्रस्त हो गया। ट्रैक्टर पर सवार कई लोग बाल-बाल बच गए। नागरिकों का कहना है कि किसी के बीमार पड़ने पर एंबुलेंस इस मार्ग से लाना मुश्किल होता है। हाल ही में एक कारखाना में लगी आग को बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी इसी ध्वस्त सड़क के कारण घटनास्थल तक नहीं पहुंच सकी थी।
छोटे वाहनों से आते जाते लोग भी हर दिन दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि मेहंदीगंज गुमटी पारकर बाएं की ओर जाने वाले रास्ते में काठ का पुल के समीप सड़क का स्लैब टूट जाने से बाधित हुए रास्ता को पार करने में हर समय खतरा बना रहता है। लोगों को काफी घूमकर दूसरे रास्ते से आवाजाही करनी पड़ रही है। नागरिकों का आरोप है कि स्थानीय जनप्रतिनिधि द्वारा एक बड़ी समस्या की अनदेखी की जा रही है। जिस कारण नाला में बच्चे या आते जाते व्यक्ति की गिरने की संभावना हर समय बनी है।
इस पूरे मामले पर वार्ड 61 की पार्षद उषा देवी के प्रतिनिधि मानिक ने बताया कि काठ का पुल के समीप धंसी सड़क का निर्माण कराने के लिए वह प्रयासरत हैं। संबंधित विभाग के साथ संपर्क कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।