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रूपेश की हत्‍या के पीछे ठेके का विवाद होने की आशंका, जांच के लिए चार जिलों में भेजी गई टीमें

टेंडर से जुड़े आठ मामलों की जांच को चार जिलों में भेजी गई दो टीमें सड़क निर्माण से जुड़े टेंडरों की मिली जानकारी दोनों टीमों में शामिल किए गए 16 पुलिस पदाधिकारी सीतामढ़ी सारण गोपालगंज और वैशाली पहुंची टीम विभागीय कर्मी और ठेकेदारों से करेगी पूछताछ

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Wed, 20 Jan 2021 08:25 AM (IST)Updated: Wed, 20 Jan 2021 09:11 AM (IST)
रूपेश की हत्‍या के पीछे ठेके का विवाद होने की आशंका, जांच के लिए चार जिलों में भेजी गई टीमें
पटना में हुई थी इंडिगो एयरलाइंस के अधिकारी की हत्‍या। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, जागरण संवाददाता। इंडिगो के एयरपोर्ट मैनेजर रूपेश हत्याकांड की जांच में जुटी एसआइटी की दो टीमें अब टेंडर मामलों की जांच करेंगी। 16 सदस्यीय दोनों टीमें मंगलवार को सारण, वैशाली, गोपालगंज और सीतामढ़ी भेजी गई हैं। रूपेश के दो करीबी रिश्तेदार की इन जिलों में आठ टेंडर से जुड़े होने की बात सामने आई है। इसमें पुलिस को संदेह है। इसकी जांच के लिए यही दोनों टीमें चारों जिला के कार्यपालक अधिकारी से लेकर कर्मी और ठेकेदारों से भी पूछताछ करेंगी। दूसरी तरफ एसआइटी की छह सदस्यीय टीम दूसरी बार बेउर जेल पहुंची। जेल में बंद एटीएम को उखाडऩे के मामले में गिरफ्तार मो. निहाल, बाइकर्स गैंग के शुभांकर सहित सन्नी से पूछताछ हुई। पूछताछ के दौरान दो इंस्पेक्टर और दारोगा भी मौजूद रहे।

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वारदात के दिन घटनास्थल पर मिला दो संदिग्ध का लोकेशन

वारदात को हुए आठ दिन गुजर चुके हैं। एसआइटी हत्या के पीछे उद्देश्य पता करने के लिए हर छोटी से बड़ी सूचना से जुड़े बिन्दु पर जांच कर रही है। एसआइटी अब पार्किंग विवाद और टेंडर के साथ ही दो अन्य बिन्दुओं पर जांच में उलझी हुई है। पार्किंग विवाद को लेकर अब तक वहां के छह से अधिक लोगों से पूछताछ हो चुकी है और कुछ से हो रही है। डीआरआइ मामले में पुलिस को कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिल रहे हैं। एसआइटी के एक अधिकारी की मानें तो पुलिस पिछले दो दिनों से आधा दर्जन से अधिक कुख्यात के करीबियों को उठा चुकी है। इसमें शास्त्रीनगर से दो संदिग्ध से अभी पूछताछ चल रही है। इसमें एक पर लाइनर की भूमिका निभाने का संदेह है। दूसरे पर बाहर से आए शूटरों को संरक्षण देने का शक है। सूत्रों की मानें तो दोनों वारदात के दिन लोकेशन पुनाईचक के आसपास ही था।

कई नंबर सर्विलांस पर, एक ही फुटेज को कई बार खंगाला

एसआइटी एयरपोर्ट, पुनाईचक से लेकर छपरा में एक अन्य लोकेशन पर टॉवर डंप डाटा निकाला है। इनमें सौ से अधिक मोबाइल नंबर की सूची तैयार की गई है। चार दर्जन से अधिक मोबाइल नंबर का सत्यापन हो चुका है, जबकि कई नंबर को सर्विलांस पर लिया गया है। एक विशेष टीम संदिग्ध नंबर पर 24 घंटे जांच कर रही है। पुनाईचक और एयरपोर्ट के बीच मिले दो जगह के फुटेज को बार बार पुलिस देख रही है। इसमें दो संदिग्ध ऐसे देखे हैं, जिनका फुटेज वैशाली, बेगुसराय, पूर्णिया, छपरा, मोतिहारी, मुजफ्फरपुर, आरा सहित तीन अन्य जिलों की पुलिस के पास भेजा गया है।

अधिकारी बोले - दो टीमों को चार जिलों में भेजा गया है। यह टीम टेंडर से जुड़े सभी मामलों की जांच करने में जुटी है। कई अन्य बिन्दुओं पर जांच की जा रही है। एसआइटी लगातार काम कर रही है। जल्द ही मामले का पर्दाफाश होगा।

- संजय सिंह, आइजी पटना


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