हार्ट मरीजों का इलाज के लिए अब नहीं जाना होगा दिल्ली, एम्स में बनेगी कैथ लैब
अब हृदय रोगियों का इलाज के लिए दिल्ली नहीं जाना होगा। पटना एम्स में ही उनके हार्ट का बेहतर इलाज करने की सुविधा होगी।
नलिनी रंजन, पटना। हृदय रोगियों के लिए अच्छी खबर है। अब बेहतर उपचार व ऑपरेशन के लिए दिल्ली एम्स का चक्कर नहीं लगाना होगा। उन्हें एम्स पटना में ही हार्ट के सभी उपचार व ऑपरेशन की सुविधा मिलने लगेगी। इसके लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), पटना में कैथ लैब बनने लगी है।
दो महीने में करने लगेगी काम
लैब दो महीने के भीतर कार्यरत हो सकेगी। इससे हृदय रोगियों के ऑपरेशन की सुविधा यहां आसानी से उपलब्ध हो सकेगी। कैथ लैब बन जाने के बाद मरीजों को एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी, बैलून, वॉल्वोटॉमी, स्टैंटिंग कराने आदि में सुविधा होगी। इसके लिए मरीजों को दूसरे संस्थान में भटकने की जरूरत नहीं होगी। उन्हें एम्स में ही सभी सुविधा उपलब्ध होगी।
मई अंत तक सेटअप हो जाएगी हार्ट लंग्स मशीन
एम्स पटना में बाईपास व ओपेन हार्ट सर्जरी के लिए हार्ट-लंग्स मशीन पहुंच गई है। इसे लगाने की प्रक्रिया भी आरंभ हो चुकी है। बाइपास सर्जरी व ओपेन हार्ट सर्जरी के लिए भी मरीजों को लगभग दो महीने में सुविधा मिलने लगेगी। ऑपरेशन को लेकर संस्थान में डॉ. संजीव कुमार व डॉ. शाहीन अहमद अपनी सेवा दे रहे है। डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि बिहार के काफी संख्या में मरीज दिल्ली एम्स उपचार के लिए पहुंच रहे है। संस्थान में यह सुविधा हो जाने से उन्हें अब बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी।
वर्तमान में आइजीआइएमएस में है सुविधा
वर्तमान में दिल के मरीजों के लिए पूरी सुविधा आइजीआइएमएस में उपलब्ध है। आइजीआइएमएस में ओपेन हार्ट सर्जरी, बाईपास सर्जरी, दिल के छेद आदि के ऑपरेशन की सुविधा उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त आइजीआइसी में भी हृदय रोगियों के लिए इमरजेंसी सुविधा उपलब्ध है। यहां बाइपास सर्जरी की सुविधा अभी नहीं हो सकी है।
ओपेन हार्टव बाईपास सर्जरी की आ चुकी है मशीन
एम्स निदेशक डॉ. पीके सिंह ने कहा कि संस्थान में कैथ लैब स्थापित करने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। यहां ओपेन हार्ट सर्जरी व बाईपास सर्जरी के लिए मशीन भी आ चुकी है। यह भी जल्द ही लगना आरंभ हो जाएगी। दो महीने के भीतर कैथ लैब व हार्ट- लंग्स मशीन पूरी तरह तैयार हो जाएगी