पाटलिपुत्र स्टेशनः ठंड में खुले में इंतजार करने की मजबूरी, प्लेटफॉर्म पर बने गड्ढ़े में रोज गिर रहे यात्री Patna News
पाटलिपुत्र स्टेशन के लिए पांच साल पहले कोचिंग कांप्लेक्स बनाने की घोषणा की गई थी पर ये अब तक पूरा नहीं हो सका। इस खबर में जानें क्या है इस स्टेशन की खामियां।
पटना, जेएनएन। पाटलिपुत्र स्टेशन दानापुर मंडल के प्रमुख स्टेशनों में से एक है। यह उत्तर बिहार एवं दक्षिण बिहार को जोडऩे वाला है। उत्तर-पूर्व जाने वाली तमाम ट्रेनें यहीं से खुलती हैं। यहां से मुंबई, पुणे व बेंगलुरु जाने वाली ट्रेनों का परिचालन करने की घोषणा की गई थी। इन रूट की कुछ ट्रेनें यहां से अभी खुलती हैं परंतु अधिकांश दानापुर से ही खुल रही हैं। तर्क यह कि इन ट्रेनों को मेंटेनेंस के लिए दानापुर ही ले जाना पड़ता है। पाटलिपुत्र स्टेशन से तभी खुल पाएंगी जब कोचिंग कांप्लेक्स का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। पिछले पांच साल से कोचिंग कांप्लेक्स का निर्माण कार्य जारी है। 2019 के 31 मार्च तक ही इसका निर्माण कार्य पूरा कर लेना था। परंतु एक साल से अधिक समय लगने के बाद भी निर्माण पूरा नहीं हो सका है।
भीषण ठंड में भी खुले में इंतजार करने की मजबूरी
पाटलिपुत्र स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का घोर अभाव है। यहां यात्री प्रतीक्षालय तो बनाया गया है परंतु मुश्किल से 20 से 25 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था है। प्लेटफॉर्म पर शेड का अभाव है। इससे अधिकांश यात्री भीषण ठंड में भी प्लेटफॉर्म पर खुले में ही खड़े हो ट्रेन का इंतजार करते हैं।
यात्रियों के लिए बने शेड में रखा जाता पार्सल का सामान
यात्रियों के लिए बनाए गए शेड में ट्रेनों से आने वाले पार्सल का सामान रखा जाता है। इससे यात्रियों को परेशानी हो रही है। हड़बड़ी में ट्रेन पकडऩे के दौरान अक्सर यात्री सामान से टकराकर गिर पड़ते हैं और जख्मी हो जाते हैं। डीआरएम से लेकर जीएम तक पार्सल का सामान प्लेटफॉर्म पर रखने से मना कर चुके हैं।
प्लेटफॉर्म पर खोदे गए गड्ढे में रोज गिर रहे यात्री
प्लेटफॉर्म पर शेड निर्माण के लिए गड्ढा खोदकर छोड़ दिया गया है। रात में पर्याप्त रोशनी न होने के कारण ट्रेन पकडऩे के दौरान प्लेटफार्म संख्या दो और तीन पर यात्री अक्सर इस गड्ढे में गिर जाते हैं। निर्माण की गति धीमी होने से परेशानी हो रही है।
यात्री शेड के लिए चल रहा कार्य
दानापुर मंडल के पीआरओ संजय कुमार प्रसाद ने कहा कि पाटलिपुत्र स्टेशन के सारे प्लेटफॉर्म पर यात्री शेड का निर्माण कार्य चल रहा है। एस्केलेटर का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। यहां अलग से यात्री प्रतीक्षालय के साथ ही पार्सल घर बनाना है। रेल थाना भवन का निर्माण पूरा हो चुका है। आरपीएफ के लिए अलग से थाना भवन का निर्माण होना है। कोचिंग कांप्लेक्स के निर्माण में थोड़ा विलंब हुआ है। यह भी जल्द पूरा हो जाएगा।