Move to Jagran APP

Lok Sabha Election Result: पशुपति ने बचाई रामविलास की प्रतिष्ठा, हाजीपुर से पहुंचे लोकसभा

लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान के छोटे भाई व एनडीए उम्मीदवार पशुपति कुुमार पारस ने हाजीपुर लोकसभा सीट जीत ली है। उन्होंने महागठबंधन उम्मीदवार शिवचंद्र राम को शिकस्त दी है।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Wed, 22 May 2019 03:54 PM (IST)Updated: Thu, 23 May 2019 05:06 PM (IST)
Lok Sabha Election Result: पशुपति ने बचाई रामविलास की प्रतिष्ठा, हाजीपुर से पहुंचे लोकसभा
Lok Sabha Election Result: पशुपति ने बचाई रामविलास की प्रतिष्ठा, हाजीपुर से पहुंचे लोकसभा

हाजीपुर, जेएनएन। केंद्रीय मंत्री और लोक जन शक्ति पार्टी (LJP) के अध्यक्ष राम विलास पासवान की प्रतिष्ठा मानी जाने वाली हाजीपुर सीट को उनके भाई ने जीत लिया है। NDA के घटक दल लोजपा के उम्मीदवार पशुपति कुमार पारस सांसद बनकर लोकसभा पहुंच गए हैं। पशुपति ने Lalu Yadav के करीबी व महागठबंधन उम्मीदवार शिवचंद्र राम को हरा दिया है। लोकसभा चुनाव में इस बार यहां मैदान में कुल 11 उम्‍मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई थी।


हाजीपुर में मुख्य मुकाबला एनडीए के पशुपति कुमार पारस एवं महागठबंधन के शिवचंद्र राम के बीच रहा। यहां चुनाव पांचवे चरण में छह मई को हुआ था। दोनों प्रत्याशियों के पक्ष में चुनावी हवा बनाने के लिए दोनों ओर से जबर्दस्त मोर्चाबंदी हुई थी और प्रदेश और देश स्तर के नेताओं ने सभा की थी। हालांकि 2014 की तरह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सभा इसबार हाजीपुर संसदीय क्षेत्र में नहीं हुई लेकिन एक मई को गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने संसदीय क्षेत्र के महनार में सभा की। उनके साथ लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान भी थे।

नीतीश और तेजस्वी ने भी बहाया था पसीना
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय, जदयू प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह एवं लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी पशुपति ने लिए वोट मांगे थे। इधर, शिवचंद्र राम के लिए महागठबंधन की ओर से राजद के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव ने महुआ, लालगंज, महनार, बिदुपुर, राघोपुर में सभा की थी। इनके अलावा पूर्व केन्द्रीय मंत्री शरद यादव, उपेन्द्र कुशवाहा, पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी, वीआईपी के मुकेश सहनी ने भी वोट मांगे थे।



2009 में रामविलास को रामसुंदर ने दिया था हरा
2009 का चुनाव हाजीपुर में काफी दिलचस्प हुआ था। अपने 32 वर्षों के चुनावी सफर में दूसरी बार यहां रामविलास पासवान को हार का सामना करना पड़ा था। उस वक्त यहां लोजपा का राजद से गठबंधन था। एनडीए ने यहां से पूर्व मुख्यमंत्री रामसुंदर दास को उम्मीदवार बनाया था। उनके पक्ष में यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, शरद यादव समेत कई बड़े नेताओं ने जबर्दस्त मोर्चाबंदी की थी। इधर, रामविलास के पक्ष में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद समेत कई बड़े नेताआें ने मोर्चा संभाला था।

लोजपा अध्यक्ष ने दी थी कड़ी चुनौती
हालांकि उस वक्त चुनाव में पासवान ने एनडीए को कड़ी चुनौती दी थी। जीत के मुहाने पर पहुंचने के बावजूद यहां पासवान को बहुत कम वोटों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। दरअसल रामविलास के स्वजातीय आधा दर्जन से अधिक उम्मीदवार यहां चुनावी मैदान में खड़े हो गए थे। इन प्रत्याशियों ने करीब 47 हजार वोट काट लिया था। इसके कारण पासवान को महज 41 हजार मतों से हार का सामना करना पड़ा था। चुनाव जीतने के बाद मीडिया से मुखातिब रामसुंदर दास ने कहा था कि उन्होंने यह चुनाव नीतीश कुमार की कृपा से जीती है।  

 

loksabha election banner

यहां तीन दशक से केवल पासवान
दरअसल, तीन दशकों से संसद में हाजीपुर का प्रतिनिधित्व रामविलास पासवान करते आ रहे हैं। बाद में उन्‍होंने अपनी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) पार्टी बनाई। इसके बाद भी वे यहां से लड़ते रहे। अंतिम बार वे 2014 में यहां से सांसद बने। लेकिन अस्‍वस्‍थ रहने के कारण इस बार काफी पहले ही उन्‍होंने लोकसभा चुनाव से लड़ने से इनकार कर दिया। इसके बाद उत्‍तराधिकारी की तलाश हुई। पासवान की पत्‍नी रीना पासवान व बेटे चिराग पासवान के नाम आए, लेकिन दोनों ने हाजीपुर से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। 

पासवान ने पारस को सौंपी विरासत
अंत में रामविलास पासवान ने अपने छोटे भाई पशुपति कुमार पारस को यह सीट विरासत में सौंप दी। पशुपति अभी नीतीश सरकार में मंत्री हैं और लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी। पशुपति कुमार पारस के लिए प्‍लस प्‍वाइंट यह है कि इसके पहले हाजीपुर में रामविलास पासवान की चुनावी कमान वही संभालते रहे हैं। इस कारण पारस इलाके के चप्पे-चप्पे से अवगत हैं। इसके बाद भी उनके लिए यह लड़ाई आसान नहीं है।

कम नहीं थे राजद के शिवचंद्र
राजद के शिवचंद्र राम महागठबंधन के समय नीतीश सरकार में मंत्री रह चुके हैं। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के नजदीकी माने जाते रहे हैं और अभी राजापाकर से विधायक हैं। इससे पहले वे महुआ से विधायक रह चुके हैं। इलाके की भौगोलिक और सामाजिक संरचना से वे भी पूरी तरह वाकिफ हैं।


- कुल मतदाता: 1818078
- मतदान केंद्र: 2027

2014 के नतीजे, एक नजर
- रामविलास पासवान (लोजपा): 455652 वोट (विजयी)
- संजीव प्रसाद टोनी (कांग्रेस): 230152 वोट
- रामसुंदर दास (जदयू): 95790  वोट

 2009 के नतीजे, एक नजर
- रामसुंदर दास (जदयू): 246715 वोट (विजयी)
- रामविलास पासवान (लोजपा): 208761 वोट
- दसई चौधरी (कांग्रेस): 21585 वोट


हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र में वोटर
विधानसभा       वोटर       महिला       पुरुष      थर्ड जेंडर  
हाजीपुर        332240     153590    178631     19
लालगंज        321663     148716    172942      5
महुआ         279726     129640    150081      5
राजापाकर      261589      120623    140955     11
राघोपुर        305070      139439    165620     11
महनार        286857      132861    153981     15
कुल वोटर     1787145     824869     962210    66    


हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र में पड़ा वोट
विधानसभा       वोटिंग       महिला       पुरुष      थर्ड जेंडर  
हाजीपुर        185454     85817       99633      4
लालगंज       179980      87899       92081      0
महुअा        161501      81031       80470      0
राजापाकर     147116      72573       74543       0
राघोपुर       159468      73793        85671      4
महनार       155288      76918        78370      0
कुल         988807      478031       510768     8


हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र में मतदान का प्रतिशत

विधानसभा       पुरुष       महिला      थर्ड जेंडर  कुल प्रतिशत
हाजीपुर         55.78    55.87     21.05     55.82
लालगंज         53.24    59.11     00        55.95
महुआ          53.52    62.50     00        57.74
महुआ          53.52    62.50     00        55.95
राजापाकर       52.88    60.17     00         56.24
राघोपुर          51.73    52.92    36.36      52.27
महनार          50.90    57.89     00        54.13
कुल            53.08    57.95    12.12      55.33

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.