महागठबंधन ने दिया पप्पू यादव को झटका, बिहार में छह सीटों पर किस्मत आजमाएगी जाप
कांग्रेस से सहयोग की उम्मीद लगाए मधेपुरा सांसद पप्पू यादव को बड़ा झटका लगा है।राजद ने बिहार में कांग्रेस को उसकी हैसियत तो बताई ही इसी बहाने पप्पू यादव के मनसूबों पर भी पानी फेरा
पटना [सुनील राज]। कांग्रेस से सहयोग की उम्मीद लगाए मधेपुरा सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को बड़ा झटका लगा है। महागठबंधन के सबसे बड़े सहयोगी राजद ने कांग्रेस को बिहार में उसकी हैसियत तो बताई ही, इसी बहाने उसने पप्पू यादव के मनसूबों पर भी पानी फेरा है।
कांग्रेस के सहयोग से चुनाव लड़ने की चाह रखने वाले पप्पू यादव को उम्मीद थी कि कांग्रेस उन्हें पूर्णिया से किस्मत आजमाने का मौका देगी। पूर्णिया के एवज में पप्पू कांग्रेस के कहने पर राजद के लिए मधेपुरा सीट की तिलांजलि देंगे, परन्तु अब ऐसी सभी संभावनाओं पर विराम लगता दिख रहा है। पूर्णिया से कांग्रेस ने उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह को अपना उम्मीदवार बनाने का फैसला कर लिया है। वहीं शरद यादव राजद के सिंबल पर मधेपुरा से चुनाव मैदान में होंगे। इन बदले राजनीतिक हालात में यह साफ हो गया है कि पप्पू के सामने अब अपनी पार्टी के सिंबल पर चुनाव लडऩे के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है।
जन अधिकार पार्टी (जाप) सूत्रों की मानें तो सांसद पप्पू यादव का फैसला है कि जाप बिहार में छह संसदीय सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इनमें से दो सीट मधेपुरा और पूर्णिया सीट पर खुद पप्पू यादव चुनाव मैदान में होंगे। पूर्णिया में पप्पू का मुकाबल जदयू प्रत्याशी के साथ ही कांग्रेस प्रत्याशी से होगा, जबकि मधेपुरा में उनका मुकाबला राजद प्रत्याशी शरद यादव से होगा।
मधेपुरा सीट पर पिछला चुनाव राजद के सिंबल पर पप्पू यादव ने लड़ा था और चुनाव जीता था। बाद में राजद से विवाद होने पर उन्होंने अपना संगठन बना लिया था।
मधेपुरा और पूर्णिया के साथ ही भागलपुर, खगडिय़ा, सीतामढ़ी और अररिया सीट पर जाप प्रत्याशी चुनाव मैदान में होंगे। सूत्रों ने बताया कि अररिया सीट पर प्रिंस विक्टर या किसी अल्पसंख्यक को टिकट देने पर विचार हो रहा है। अररिया सीट से 2014 में राजद प्रत्याशी तस्लीमुद्दीन ने जीत दर्ज कराई थी। उनके निधन के बाद पिछले वर्ष हुए उपचुनाव में उनके पुत्र राजद सरफराज आलम ने चुनाव जीता था।
भागलपुर सीट जिस पर अभी राजद के बुलो मंडल का कब्जा है, वहां से से चक्रपाणि हिमांशु के टिकट की दावेदारी तय मानी जा रही है। खगडिय़ा सीट पर दो नाम की चर्चा है मनोहर यादव और नागेंद्र त्यागी। पिछले चुनाव खगडिय़ा सीट से लोजपा प्रत्याशी महबूब अली कैसर जीते थे, जबकि सीतामढ़ी सीट पर राघवेंद्र कुशवाहा और महेंद्र यादव रेस में आगे बताए जा रहे हैं। सीतामढ़ी सीट पर फिलहाल रालोसपा का कब्जा है। पिछले चुनाव यहां से रालोसपा के राम कुमार शर्मा ने चुनाव जीता था।