मुकेश सहनी ने ट्रांसफर-पोस्टिंंग में की लाखों की वसूली, बिहार के वीआइपी नेता ने लगाए गंभीर आरोप
वीआइपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार सरकार के मंत्री मुकेश सहनी (Minister Mukesh Sahani) पर उनकी ही पार्टी के नेता ने बड़ा आरोप लगा दिया है। वीआइपी के छात्र मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विकास बॉक्सर ने रविवार को प्रेस कांंफ्रेंस कर कहा कि सहनी बिहार के लेागों को ठगते हैं।
पटना, आनलाइन डेस्क। यूपी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Elections) और बोचहां उपचुनाव को लेकर बेहद कड़े तेवर दिखा रहे वीआइपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार सरकार के मंत्री मुकेश सहनी (Minister Mukesh Sahani) पर उनकी ही पार्टी के नेता ने बड़ा आरोप लगा दिया है। वीआइपी के छात्र मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विकास बॉक्सर ने रविवार को प्रेस कांंफ्रेंस कर कहा कि मुकेश सहनी बिहार के लेागों को ठगते हैं। उन्होंने ट्रांसफर-पोस्टिंग में वसूली की है। वे बस लोगों की आंखों में धूल झोंकने मुंबई से आए हैं। वे सत्ता के लालच में कुछ भी कर सकते हैं। विकास बाक्सर ने सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) से मांग की कि मंत्री ने अपने एक साल के कार्यकाल में जितने भी कार्यों की अनुशंसा की है, चाहे वह ट्रांसफर-पोस्टिंग की बात हो या गाड़ी बांटने की, सबकी जांच कराई जाए, तो बड़ा घोटाला सामने आएगा। हालांकि पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने आरोपों को निराधार बताया है।
109 लोगों की ट्रांसफर-पोस्टिंग में वसूली का आरोप
विकास बाक्सर ने कहा कि पशुपालन एवं मत्स्य पालन विभाग में इनके एक साल में किए गए काम की जांच कराई जाए तो सच्चाई सामने आ जाएगी। जुलाई महीने में 109 लोगों की लिस्ट निकाली थी। वैसा-वैसा पांच लिस्ट उनके पास और था। उसमें हर लोग से ट्रांसफर और पोस्टिंग के लिए लाखों की वसूली की गई। उसी पैसे का उपयोग यूपी चुनाव में किया जा रहा है। जब यूपीए में थे मौर्यालोक में बोले कि राजद ने पीठ में खंजर घोंपा है। लेकिन सच्चाई यह है कि खंजर घोंपने का काम मुकेश सहनी ने किया। सभी कार्यकर्ताओं को खंजर घोंपा है। गाड़ी बांटने में पैसे का घपला किया गया है। मुकेश सहनी मल्लाह के नेता हैं ही नहीं। क्योंकि मल्लाह जुबान के पक्के होते हैं। लेकिन वे कभी वे आरएसएस-बीजेपी की विचारधारा पर चले। मलाई काटी। एमएलसी की पांच महीने की अवधि बची तो लालूजी के विचारधारा पर चलने की बात करते हैं।
टिकट के नाम पर वसूली का आरोप
विकास बाक्सर ने आरोप लगाया कि वीआइपी में हर वर्ग के लोग उनसे नाराज हैं। वे प्राइवेट दुकान खोलकर बैठ गए हैं। टिकट बेचने का काम करते रहे। 2020 के विस चुनाव में सिमरी बख्तियारपुर में मिथिलेश मुखिया से 50 लाख रुपये ले लिए। वह हमलोगों के पास आकर रोते थे और कहते थे कि तीन करोड़ और मांग रहे हैं। मुकेश सहनी कहते हैं कि मुंबई से आए हैं सेवा करने के लिए लेकिन वास्तविकता यह है कि वे केवल ठगी करने आए हैं। सत्ता के लिए किसी को ठग सकते हैं। प्रेस कांफ्रेस में निषाद सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश निषाद भी थे।
वे हमारे भाई, बहकावे में आ गए हैं
वीआइपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने विकास बाक्सर के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। कहा कि उनका आरोप निराधार है। किसी पर आरोप लगा देना बहुत आसान होता है। देव ज्योति ने कहा है कि विकास हमारे परिवार के सदस्य की तरह हैं। किसी के बहकावे या दबाव में आ गए हैं। लेकिन उन्हें बड़ा राजनेता बनना है। आगे राजनीति करनी है इसलिए किसी के झांसे में नहीं आएं।