पप्पू यादव ने रूडी पर जान से मारने की धमकी देने का लगाया आरोप, बोले-कुछ हुआ तो सांसद जिम्मेदार
पप्पू यादव ने एंबुलेंस प्रकरण को लेकर उपजे विवाद के बीच पूर्व मंत्री राजीव प्रताप रूडी पर जान से मारने की धमकी देने के आरोप लगाए हैं। पप्पू यादव ने कहा कि सारण से बीजेपी सांसद रूडी के करीबी और दामाद जान से मरने की धमकी दे रहे हैं।
राज्य ब्यूरो, पटना: जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव ने एंबुलेंस प्रकरण को लेकर उपजे विवाद के बीच पूर्व मंत्री राजीव प्रताप रूडी पर जान से मारने की धमकी देने के आरोप लगाए हैं। मधेपुरा के पूर्व सांसद पप्पू यादव ने कहा कि सारण से बीजेपी सांसद रूडी के करीबी और दामाद जान से मरने की धमकी दे रहे हैं। पप्पू यादव रविवार को पटना में प्रेस से बात कर रहे थे।
लगाए कई संगीन आरोप
पप्पू ने प्रेस से कहा कि तत्कालीन डीएम पंकज कुमार पाल के तबादले की जांच होनी चाहिए। तबादले की वजह स्पष्ट करते हुए पप्पू ने कहा कि डीएम पंकज पाल ने रूडी की एंबुलेंस यह कहते हुए जब्त की थी कि इसका इस्तेमाल वे निजी कार्यों में करते हैं। फिर रूडी ने मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से मिलकर एक सप्ताह में उनका ट्रांसफर करा दिया था। उन्होंने सवाल उठाए कि जब डीएम ने उनकी एंबुलेंस जब्त की तो उन्हें यह वापस कैसे मिल गई। इनके ड्राइवर को वेतन कौन दे रहा है। इसकी भी जांच होनी चाहिए।
कुछ हुआ तो जिम्मेदार कौन
पप्पू यादव ने कहा कि रूडी के पटना आवास पर रहने वाले बबलू चौबे और उनके दामाद अभिमन्यु त्यागी हमारे एक वर्कर मनीष विशाल को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। क्या जान से मारने से बिहार के मरीजों की जान बच जाएगी। अगर उन्हेंं कुछ होता है तो इसके जिम्मेदारी रूडी होंगे।
24 घंटे बाद क्यों दर्ज किया गया मामला
अमनौर में दर्ज केस को पप्पू ने राजनीति से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा यह केस उन्होंने शांति पूर्वक उजागर किया। केस करने वाले लड़के भी तब वहां नहीं थे। उन्होंने इसकी आइजी से जांच की मांग की और कहा केस 24 घंटे बाद क्यों दर्ज किया गया, तत्काल बाद क्यों नहीं। प्रेस कांफ्रेंस में पप्पू ने 11 हजार करोड़ की लागत से बिहार को मिले 600 वेंटिलेटर पर सवाल उठाए और कहा कि एक भी वेंटिलेटर चालू नहीं है। मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर केस होना चाहिए। अधिकारियों पर रेमडेसिविर बेचने के आरोप भी लगाए। पप्पू ने सरकार से एंबुलेंस को अपने कब्जे में लेने की मांग की।