बिहार पुलिस की जांच में मदद करेंगे 'पबजी' और 'सिंबा', हल्के मत लें; इनके कारनामे जान हैरान हो जाएंगे आप
बिहार पुलिस की बड़ी व महत्वपूर्ण घटनाओं की जांच में अब पबजी और सिंबा मदद करेंगे। इसके अलावा शेरू ड्यूक और तेजा की भी मदद ली जाएगी। ये सभी ट्रेंड डॉग अपने हैंडलर के साथ पिछले छह माह से हैदराबाद में ट्रेनिंग ले रहे थे।
राज्य ब्यूरो, पटना : बिहार पुलिस की बड़ी व महत्वपूर्ण घटनाओं की जांच में अब 'पबजी' और 'सिंबा' मदद करेंगे। इसके अलावा 'शेरू', 'ड्यूक' और 'तेजा' की भी मदद ली जाएगी। ये सभी नाम ट्रेंड डॉग के हैं, जो सोमवार को बिहार पुलिस में विधिवत शामिल हो जाएंगे। इस उपलक्ष्य में सोमवार को राजधानी के बीएमपी-5 परिसर में इंडक्शन प्रोग्राम और डॉग शो का भी आयोजन किया गया है। डीजीपी एसके सिंघल इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे।
हैदराबाद में हैंडलर के साथ मिला है प्रशिक्षण
ये सभी ट्रेंड डॉग अपने हैंडलर के साथ पिछले छह माह से हैदराबाद में ट्रेनिंग ले रहे थे। इसमें बेल्जियम शेफर्ड व लेब्रा नस्ल के पप्स भी शामिल किए गए हैं। बेल्जियम शेफर्ड में लंबी छलांग के साथ सूंघने की शक्ति तेज होती है।
नारकोटिक्स व बम ट्रैकिंग में होंगे ट्रेंड
पुलिस सूत्रों के अनुसार, डॉग स्क्वॉयड में शामिल सभी डॉग को नारकोटिक्स व बम ट्रैकिंग आदि का विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। बिहार में शराबबंदी को सख्ती से लागू करने में भी इनकी मदद ली जाएगी। इसके अलावा लैंड माइंस की पहचान करने में भी यह ट्रेंड डॉग माहिर होते हैं।
हंटर और मैडी खोज चुके हैं शराब
बिहार पुलिस का डॉग स्क्वॉयड पहले से एक्टिव रहा है। इस टीम में शामिल माही, दामिनी और हंटर ने कई महत्वपूर्ण केस सुलझाने में पुलिस की मदद की है। आठ साल की 'दामिनी' जर्मन शेफर्ड नस्ल की है, जिसने एक दर्जन से अधिक कांडों को सुलझाने में सहयोग किया है। 'हंटर' और 'मैडी' जमीन में दबी शराब की पहचान में माहिर माने जाते हैं। अब दो दर्जन से अधिक नए ट्रेंड डॉग मिलने से स्क्वॉयड की ताकत और मजबूत होगी। अब 'पबजी', 'सिंबा, 'शेरू', 'ड्यूक' और 'तेजा' की भी मदद ली जाएगी। आपको बता दें कि ये सभी नाम ट्रेंड डॉग के हैं, जो सोमवार को बिहार पुलिस में विधिवत शामिल हो जाएंगे।