PMCH में ऑक्सीजन घोटाला: पटना हाईकोर्ट में सुनवाई, व्यवस्था देखने के लिए डॉक्टरों की तीन कमेटियां गठित
कोरोनावायरस संक्रमण काल में इलाज की अव्यवस्था को लेकर पटना हाईकोर्ट में दायर जनहित याचिका पर सुनवाई हुई। इसमें पीएमसीएच में ऑक्सीजन घोटाला की बात अस्पताल प्रबंधन ने स्वीकार किया तथा व्यवस्था देखने के लिए डॉक्टरों की तीन कमेटियां गठित करने की जानकारी दी।
पटना, स्टेट ब्यूरो। कोरोनावायरस के संक्रमण काल में जहां कई मरीजों के ऑक्सीजन के अभाव में दम तोड़ने की खबरें मिलीं हैं, पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में हुए ऑक्सीजन घोटाले की खबर जान कर आप चौंक जाएंगे। जी हां, पीएमसीएच प्रशासन ने भी इसे स्वीकर कर लिया है। एक जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान गुरुवार को अस्पताल प्रशासन ने पटना हाईकोर्ट में भविष्य में कोई शिकायत नहीं मिलने का आश्वासन दिया। अस्पताल प्रशासन ने जब ऑक्सीजन की व्यवस्था व मरीजों के हितों की देखरेख सहित तीन कमेटियों को बनाने की बात कही तो कोर्ट ने हर 15 दिन पर कमेटियों की रिपोर्ट देने का आदेश दिया। इस मामले पर अगली सुनवाई 25 मई को होगी।
ऑक्सीजन आपूर्ति में घपले की रिपोर्ट को स्वीकारा
पटना हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान ऑक्सीजन आपूर्ति में घपले की आशंका जताती कोर्ट मित्र की रिपोर्ट को अस्पताल प्रशासन ने शपथ पत्र पर स्वीकार किया है। गुरुवार को मुख्य न्यायाधीश संजय करोल की खण्डपीठ में पीएमसीएच की ओर से दायर शपथ-पत्र पर भी सुनवाई हुई। इसमें कहा गया है कि कोर्ट मित्र एडवोकेट मृग्यांक मौली ने लोकहित में एक सराहनीय काम किया है और उनकी रिपोर्ट को अस्पताल प्रशासन विवादित नही करना चाहता है। कोर्ट मित्र की रिपोर्ट के आलोक में बताया गया कि अस्पताल प्रबंधन ने इसके मद्देनजर पीएमसीएच में सीनियर डॉक्टर्स की तीन अलग-अलग कमेटियां गठित कर दी हैं। एक कमेटी मरीजो के स्वजनों की समस्याओं के लिए भी है।
हर 15 दिन पर अस्पताल कोर्ट को देगा रिपोर्ट
हाईकोर्ट ने पीएमसीएच को निर्देश दिया कि हर 15 दिन पर उक्त तीनों कमेटियों की रिपोर्ट कोर्ट मित्र अधिवक्ता मृगांक मौली को सौंपा करे। अस्पताल प्रशासन ने यह आश्वासन दिया कि भविष्य में ऑक्सीजेंन आपूर्ति से संबंधित कोई शिकायत नहीं मिलेगी।
पीएमसीएच में गठित कमेटियां, एक नजर
ऑक्सीजन व्यवस्था देखने के लिए कमेटी
डॉ. विनोद कुमार कश्यप (विभागअध्यक्ष- एनेस्थीसिया)
डॉ. अभिषेक बासुकी (उपअधीक्षक)
साफ-सफाई और पथ्य भंडार कमेटी
डॉ. उमाशंकर सिंह (विभागाध्यक्ष- सर्जरी)
डॉ. अशोक कुमार झा (उपाधीक्षक)
मरीजों की समस्याओं की देखरेख की कमेटी
डॉ. विनीता सिन्हा (विभागाध्यक्ष- ई एंड टी)
डॉ. अशोक कुमार झा (उपाधीक्षक)
डॉ. एम सरफराज (ओएसडी)