बिहार विधानसभा में विपक्षी नेताओं का उत्पात, रिपोर्टर टेबल पर कुर्सियां फेंकी , टेबल पर चढ़ गए,अध्यक्ष की भी नहीं सुनी
बिहार विधान सभा में विपक्षी नेताओं ने हंगामा की हद कर दी। जब नेता रिपोर्टर टेबल पलटने लगे तो कई मार्शलों ने मोर्चा लिया। प्रश्न काल शून्य काल नहीं चला स्पीकर की भी नेताओं ने एक नहीं सुनी। हंगामे के बीच उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने सीएजी रिपोर्ट पेश की
पटना, राज्य ब्यूरो । विधानसभा में मंगलवार को दोनों पालियों में जबर्दस्त हंगामा हुआ। विपक्ष के विधायकों ने रिपोर्टर टेबल पर कुर्सियां फेंकी। हंगामे के बीच प्रश्नकाल को स्थगित करना पड़ा। बारह बजे जब पुन: शून्य काल शुरू हुआ तो विपक्ष का हंगामा और तेज हो गया। सदन को फिर स्थगित करना पड़ा। भोजनावकाश के बाद जब सदन पुन: शुरू हुआ तो विपक्ष के माननीय नारेबाजी करते हुए रिपोर्टर टेबल पर चढ़ गए। इसके बाद सदन की कार्यवाही को फिर स्थगित किया गया।
टेबल पलटने लगे तब मार्शलों ने लिया मोर्चा
विपक्ष का हंगामा आज दूसरी पाली में पेश होने वाले बिहार सशस्त्र पुलिस विधेयक, 2021 को लेकर था। राजद, कांग्रेस और भाकपा (माले) ने इस विषय पर कार्यस्थगन दिया था। उनकी मांग थी कि विधानसभा में सभी कार्य को स्थगित कर इस पर चर्चा की जाए। विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यस्थगन को अपनी मंजूरी नहीं दी। इसके बाद विपक्ष का हंगामा और तेज हो गया।
प्रश्नकाल आरंभ होते ही विपक्ष के सदस्य अपनी सीट पर खड़े होकर नारेबाजी करने लगे। इसके बाद वह आसन के आगे आकर नारेबाजी करने लगे। विपक्ष का कहना है कि यह कानून जनविरोधी है। हंगामा इस तरह बढ़ा कि विपक्ष के माननीय रिपोर्टर टेबल पलटने लगे। कई मार्शलों ने तब मोर्चा लिया और रिपोर्टर टेबल को पलटने से बचाया।
स्पीकर की बात नहीं सुनी, कागज फाड़कर उड़ाया
इस हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कई बार समझाया कि विधेयक की बात विधायी कार्य के समय किया जाए। इस पर विपक्ष के विधायकों ने नारेबाजी और तेज कर दी। भाकपा (माले) के विधायकों ने पोस्टर के साथ विधानसभा अध्यक्ष के आसन के आगे हंगामा किया। पोस्टर पर लिखा था-बिहार को पुलिस राज में तब्दील करना बंद करो। हंगामा नहीं थमने पर विधानसभा अध्यक्ष ने बारह बजे तक के लिए सदन को स्थगित कर दिया। बारह बजे सदन की कार्यवाही जब पुन: शुरू हुई तो हंगामा और तेज हो गया। विपक्ष के माननीय फिर आसन के आगे पहुंचकर नारेबाजी करने लगे। रिपोर्टर की कुर्सियों को रिपोर्टर टेबल पर फेंक दिया। कागजों को फाड़कर आसन के आगे उड़ाने लगे। सदन अस्त-व्यस्त हो गया। इस क्रम में विधानसभा अध्यक्ष ने उप मुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री को सीएजी रिपोर्ट को सदन पटल पर रखने की बात पढऩे को कही। विपक्ष के कुछ माननीय उनकी तरफ भी कागज छीनने को बढ़े पर मार्शलों ने ऐसा होने से रोक दिया। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने भोजनावकाश तक के लिए सदन को स्थगित कर दिया।
भोजनावकाश के बाद जब सदन पुन: आरंभ हुआ तो दृश्य और बिगड़ गया। विपक्ष के माननीय रिपोर्टर टेबल पर चढ़ गए। इसके बाद सदन को पुन: तीन बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा।