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बिहार में CM नीतीश का हिमायती बना विपक्ष, अमित शाह के बयान को बताया दबाव बढ़ाने की राजनीति

अमित शाह ने महाराष्‍ट्र में बिहार में नीतीश कुमार को मुख्‍यमंत्री बनाने को लेकर बयान दिया। इसके बाद विपक्षी दल नीतीश कुमार के पक्ष में बीजेपी पर हमलावर दिख रहे हैं। विपक्ष ने अमित शाह के बयान को दबाव बढ़ाने की राजनीति करार दिया है।

By Amit AlokEdited By: Published: Mon, 08 Feb 2021 02:31 PM (IST)Updated: Tue, 09 Feb 2021 03:57 PM (IST)
बिहार में CM नीतीश का हिमायती बना विपक्ष, अमित शाह के बयान को बताया दबाव बढ़ाने की राजनीति
मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार एवं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह। फाइल तस्‍वीर।

पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार में सरकार राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की है, लेकिन विपक्ष (Opposition) के नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के हिमायती बन रहे हैं। विपक्ष भारतीय जनता पार्टी (BJP) की नीति पर सवाल खड़े करते हुए नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के प्रति हमदर्दी दिखा रहा है। संदर्भ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) के एक बयान का दिया जा रहा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि बीजेपी अपने सहयोगी दलों से जो वादा करती है, उसे निभाती भी है। अमित शाह (Amit Shah) ने यह बयान महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को लक्ष्य करते हुए दिया था।

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'हमने निभाया नीतीश को सीएम बनाने का वादा'

बीजेपी के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने एक दिन पहले महाराष्ट्र में बिहार का हवाला देते हुए संकेतों में उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि बीजेपी ने बिहार में बहुमत मिलने पर नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनाने का वादा किया था। जनता दल यूनाइटेड के अनुकूल परिणाम नहीं आने के बावजूद हमने वादा निभाया। नीतीश कुमार के इनकार के बाद भी हमने उनके नेतृत्व में ही सरकार बनाई।

'बीजेपी के चुनावी वादों के बारे में बताएं अमित शाह'

अमित शाह का बयान आते ही विपक्षी दलों ने बयानबाजी शुरू कर दी। राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) और कांग्रेस (Congress) ने आपत्ति जताई। उन्हें पुराने वादों की याद दिलाई। आरजेडी के राष्ट्रीय महासचिव भोला यादव (Bhola Yadav) ने कहा कि अमित शाह को पहले बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2020) में बीजेपी द्वारा किए गए वादों के बारे में बताना चाहिए। पहले वे बताएं कि 19 लाख लोगों को रोजगार देने के वादे पर उन्होंने कितना अमल किया?

'शाह का बयान जेडीयू पर बीजेपी की प्रेशर पॉलिटिक्‍स'

आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने इसे बीजेपी का जेडीयू पर दबाव बढ़ाने वाला बयान (Pressure Politics) बताया। उन्होंने कहा कि बीजेपी और जेडीयू में जिस स्वाभाविक गठबंधन का दावा अमित शाह कर रहे हैं, वह बिहार में दिख नहीं रहा है। अगर दिखता तो मंत्रिमंडल विस्तार का मामला अभी तक टलता नहीं। नई सरकार के गठन के तीन महीने होने जा रहे हैं, लेकिन बीजेपी के चलते अभी तक सरकार अधूरी है। नीतीश कुमार ने खुलकर कहा भी है कि बीजेपी की ओर से सूची नहीं दी जा रही है।

'केवल मुख्यमंत्री बनाने से ही सबकुछ सहज नहीं होता'

कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि बीजेपी को पहले जेडीयू के साथ किए गए वादों को पूरा करना चाहिए। केवल मुख्यमंत्री बना देने से ही सबकुछ सहज नहीं हो जाता है।

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