बिहार के पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में शिक्षक बनने का मौका, आठ अप्रैल तक करें ऑनलाइन आवेदन
Government Job in Bihar अगर आप विश्वविद्यालय या कॉलेज में शिक्षक यानी व्याख्याता बनने के इच्छुक हैं तो आपके लिए बिहार के पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय (Patliputra University) में मौका है। इस विश्वविद्यालय का कार्यक्षेत्र पटना और आसपास के जिलों में है।
पटना, जागरण संवाददाता। Government Job in Bihar: अगर आप विश्वविद्यालय या कॉलेज में शिक्षक यानी व्याख्याता बनने के इच्छुक हैं तो आपके लिए बिहार के पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय (Patliputra University) में मौका है। इस विश्वविद्यालय का कार्यक्षेत्र पटना और आसपास के जिलों में है। विवि की ओर से 17 विषयों में 384 पदों पर अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति के लिए शुक्रवार से ऑनलाइन आवेदन लिए जा रहे हैं। इसके लिए पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय की ओर से विज्ञापन जारी कर दिया गया है। पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. जितेंद्र कुमार ने बताया कि ऑनलाइन आवेदन 19 मार्च से आठ अप्रैल 2021 तक किया जा सकेगा।
ऑनलाइन भरे आवेदन की हार्ड कॉपी भी करनी होगी जमा
भरे गए आवेदन की हार्ड कॉपी 15 अप्रैल की शाम पांच बजे तक विवि कार्यालय पहुंचना अनिवार्य किया गया है। आवेदन के लिए सामान्य, ओबीसी, बीसी अभ्यर्थियों को 1000 रुपये तथा एससी-एसटी को 750 रुपये शुल्क जमा करना होगा। उन्होंने बताया कि पूर्व के आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को दोबारा आवेदन करना होगा, लेकिन, उन्हें फीस नहीं देनी होगी। उन्होंने कहा कि विवि की ओर से हिंदी, संस्कृत, पाली, अंग्रेजी, उर्दू, बंगाली, दर्शनशास्त्र, इतिहास, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र, सोशियोलॉजी, मनोविज्ञान, होमसाइंस, प्राकृत, एआइए, लॉ, फिजिक्स, केमिस्ट्री, गणित, बॉटनी, जूलॉजी तथा कॉमर्स विषयों में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति होनी है।
- पीपीयू के 17 विषय में नियुक्त होंगे 384 अतिथि शिक्षक, आज से आवेदन
- आरक्षण रोस्टर के गड़बड़ी के कारण सीनेट ने रद किया था पूर्व के साक्षात्कार
- अब दोबारा करना होगा आवेदन, पूर्व के अभ्यर्थी को नहीं देनी होगी फीस
2018 में विज्ञापन जारी होने के बाद बावजूद नहीं हुईं नियुक्तियां
वर्ष 2018 में भी 584 पदों पर गेस्ट शिक्षकों की नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी हुआ था। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन करने वाले छात्रों का साक्षात्कार भी आयोजित किया गया था। इसमें आरक्षण रोस्टर का पेच होने के कारण सीनेट ने इसे रद कर दोबारा विज्ञापन करने को कहा था।