बिहार में हर साल कैंसर के एक लाख मरीज, पीएमसीएच में शुरू होगी सेंकाई
बिहार में प्रतिवर्ष एक लाख से अधिक हो रहे कैंसर से पीड़ित विशेषज्ञों का कहना है कि सूबे में प्रतिवर्ष एक लाख से ज्यादा कैंसर के मरीज मिल रहे है जो सही नहीं है।
पटना [जेएनएन]। प्रतिवर्ष एक लाख से अधिक हो रहे कैंसर से पीड़ित विशेषज्ञों का कहना है कि सूबे में प्रतिवर्ष एक लाख से अधिक मरीज मिल रहे हैं। यह गंभीर चिंता का विषय है। इसके लिए जरूरी है कि राज्य में जिला से लेकर प्रखंड स्तर तक जांच सुविधाओं का विस्तार किया जाए ताकि मरीजों की पहचान प्रथम चरण में किया जा सके।
कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. रीचा माधवी का कहना है कि महिलाओं में सबसे ज्यादा बच्चेदानी एवं स्तन कैंसर की बीमारी बढ़ रही है। जबकि पुरुषों में मुंह, फेंफड़ा एवं प्रोस्टेट का कैंसर तेजी से बढ़ रहा है। डॉक्टरों का कहना है लोगों में जागरूकता पैदा कर बीमारी पर नियंत्रण स्थापित किया जा सकता है।
पटना मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) में 17 जुलाई से कैंसर के मरीजों की सेंकाई शुरू कर दी जाएगी। यहां कोबाल्ट मशीन लगा दी गई है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय इसका उद्घाटन 17 जुलाई को करेंगे। पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. राजीव रंजन प्रसाद का कहना है कि अस्पताल में राज्यभर से मरीज कैंसर के इलाज के लिए आते हैं। अब तक यहां पर सेंकाई की व्यवस्था नहीं थी, लेकिन अब उसकी सुविधा बहाल कर दी गई है। पीएमसीएच के कैंसर विभाग के अध्यक्ष डॉ. पीएन पंडित का कहना है कि कोबाल्ट मशीन की सेंकाई पीएमसीएच में शुरू होने से राज्य के कोने-कोने से आने वाले मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। यहां पर बड़ी संख्या में कैंसर के मरीज आते हैं, जिन्हें सेंकाई के लिए निजी अस्पतालों में जाना पड़ता है। अब पीएमसीएच में ही उनकी सेंकाई कर दी जाएगी। यह मशीन 2013 से बंद थी।
अब तक इस तरह की सुविधा आइजीआइएमएस में है, लेकिन यहां पर भी मरीज को पैसा देना पड़ता है। पीएमसीएच में पूरी तरफ से मुफ्त में मरीजों की सेंकाई की जाएगी। मरीजों को खाने-पीने की व्यवस्था भी मुफ्त में की जाएगी।