आरा में राज्यपाल की राह देखते रह गए अधिकारी, बिना रुके बक्सर के रास्ते उत्तर प्रदेश निकल गए फागु चौहान
आरा में राज्यपाल के आगमन एवं प्रस्थान को लेकर संपूर्ण विधि व्यवस्था की जिम्मेवारी उप विकास आयुक्त हरि नारायण पासवान को सौंपी गई थी। उप विकास आयुक्त संपूर्ण व्यवस्था के साथ सर्किट हाउस में कमान संभाले हुए थे।
आरा, जागरण संवाददाता। बिहार के राज्यपाल फागू चौहान के उत्तर प्रदेश जाने के क्रम में रविवार को सर्किट हाउस में आधे घंटे तक विश्राम करने का कार्यक्रम निर्धारित था, जहां राज्यपाल के सलामी की संपूर्ण व्यवस्था के साथ ठहरने की व्यवस्था जिला प्रशासन ने की थी। राज्यपाल के जिले से होकर गुजरने को लेकर प्रशासनिक दृष्टिकोण से विधि व्यवस्था के मद्देनजर कोईलवर से लेकर शाहपुर के कुंडेश्वर तक जगह-जगह दंडाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई थी। सर्किट हाउस में राज्यपाल के आगमन और ठहरने के दौरान सलामी के लिए मुकम्मल व्यवस्था जिला प्रशासन ने की थी, परंतु राज्यपाल सर्किट हाउस नहीं आकर सीधे उत्तर प्रदेश के लिए निकल गए।
आरा- बक्सर के रास्ते उत्तर प्रदेश निकल गए
आरा में राज्यपाल के आगमन एवं प्रस्थान को लेकर संपूर्ण विधि व्यवस्था की जिम्मेवारी उप विकास आयुक्त हरि नारायण पासवान को सौंपी गई थी। उप विकास आयुक्त संपूर्ण व्यवस्था के साथ सर्किट हाउस में कमान संभाले हुए थे। इस बीच राज्यपाल के कार्यक्रम में अचानक बदलाव हो गया और वे सड़क मार्ग से पटना से सीधे आरा शहर होते हुए आरा-बक्सर हाईवे के रास्ते उत्तर प्रदेश के लिए निकल गए।
उत्तर प्रदेश से लौटने के क्रम में रुके थे राज्यपाल
संभावना जताई जा रही है कि उत्तर प्रदेश से लौटने के क्रम में राज्यपाल आरा में रुक सकते हैं। जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने राज्यपाल के आगमन को लेकर विधि व्यवस्था के मद्देनजर भोजपुर के सीमा क्षेत्र कोईलवर से लेकर शाहपुर प्रखंड के कुंडेश्वर गांव तक पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारी के नेतृत्व में सशस्त्र बलों की प्रतिनियुक्ति की थी। इससे पहले एक बार उत्तर प्रदेश से लौटते वक्त राज्यपाल अचानक आरा में एसपी के आवास पर पहुंच गए थे। एसपी और डीएम से मिलने के बाद वे पटना के लिए रवाना हुए थे।
- आरा में नहीं रुके राज्यपाल, सीधे निकल गए यूपी
- सर्किट हाउस में आधे घंटे तक रुकने और सलामी की हुई थी व्यवस्था
- कोईलवर से लेकर शाहपुर के कुंडेश्वर तक थे चौकस इंतजाम
- हर जगह दंडाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस बल की थी तैनाती