पहली बार स्वरूप में आया डिस्ट्रिक मजिस्ट्रेट कोर्ट
पटना जिला डिस्ट्रिक मजिस्ट्रेट कोर्ट पहली बार पूर्ण स्वरूप में आया है।
पटना। पटना जिला डिस्ट्रिक मजिस्ट्रेट कोर्ट पहली बार पूर्ण स्वरूप में आया है। यहां डिस्ट्रिक मजिस्ट्रेट के अलावा अन्य किसी के बैठने की सुविधा नहीं थी। कोर्ट लगने पर प्लास्टिक की कुर्सी लगा दी जाती थी। जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने गुरुवार को पुनरनिर्मित व सुसज्जित कोर्ट का उद्घाटन किया।
इस मौके पर डीएम ने कहा कि कोर्ट को सुसज्जित कर दिया गया है। अब यहां न्याय के लिए आने वाले लोग और अधिवक्ता को बेहतर माहौल मिलेगा। पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता एसके वर्मा ने सुसज्जित कोर्ट बनाए जाने पर खुशी जाहिर की। कहा कि 1981 से डिस्ट्रिक मजिस्ट्रेट कोर्ट में आ रहे हैं। पहली बार किसी डीएम ने कोर्ट को व्यवस्थित किया है। जिला अभियोजन पदाधिकारी स्वतंत्र वीर सिंह ने कहा कि कोर्ट की व्यवस्था अच्छी रहने पर काम करने में मन लगता है। लोक अभियोजन पदाधिकारी गजेन्द्र प्रसाद ने कहा कि वह यहां 1977 से आ रहे हैं। पहली बार यहां बैठने की उचित व्यवस्था की गई है। शंभू प्रसाद ने कहा कि अधिवक्ताओं को यहां गरीमा प्रदान की गई। जिसे अधिवक्ता अपने सम्मान की तरह लेंगे। डीएम के विशेष कार्य पदाधिकारी को बैठने के लिए भी पहली बार एक कक्ष उपलब्ध कराया गया है।