जीपीएस रखेगा पुलिस कर्मियों पर नजर, बटन दबाते ही पता चल जाएगा कहां है गश्ती वाहन Patna News
पुलिस मुख्यालय के आदेश पर जिले के सभी थानों के गश्ती वाहनों में जीपीएस लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। अब गश्ती वाहन पर नजर रखी जाएगी।
By Edited By: Published: Thu, 01 Aug 2019 02:13 AM (IST)Updated: Thu, 01 Aug 2019 09:31 AM (IST)
पटना, जेएनएन। राजधानी के थानों की पुलिस अब पीआइआर (पुलिस इंफॉर्मेशन रेडियो) पर गश्ती वाहन का गलत लोकेशन बताकर जहां-तहां आराम नहीं फरमा सकेगी, क्योंकि उनकी गाड़ी में लगा जीपीएस (ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम) अधिकारियों को चुगली करता रहेगा। पुलिस मुख्यालय के आदेश पर जिले के सभी थानों के गश्ती वाहनों में जीपीएस लगाने का काम शुरू कर दिया गया है।
एसएसपी गरिमा मलिक ने बताया कि 40 वाहनों में जीपीएस लगा दिए गए हैं। बाकी वाहनों में लगाने का काम चल रहा है। इसके साथ ही डीएसपी और एसपी स्तर के अधिकारियों के मोबाइल में एप इंस्टॉल किया गया है, जिससे वे वाहनों की लोकेशन लेते रहेंगे। साथ ही डायल 100 में बड़े स्क्रीन पर गूगल मैप की मदद से गाड़ियों की मूवमेंट दिखती रहेगी। जल्द ही करीब तीन सौ गाड़ियों में भी यह सिस्टम लगा दिया जाएगा। जीपीएस लगाने वाले कंपनी के कर्मी बुधवार को एसएसपी, तीनों सिटी एसपी और सभी डीएसपी के मोबाइल में भी एप इंस्टॉल किया।
एक का यूजर आइडी भी सभी अधिकारियों को दिया जाएगा, जिससे वह किस थाने की गाड़ी कहां है इसके बारे में वह दफ्तर में बैठे बैठे जान सकेंगे। जैसे ही सभी गाड़ियों में यह सिस्टम लग जाएगा, पूरी तरह से काम करने लगेगा। पुलिस कंट्रोल रूम में चौबीस घंटे निगरानी के लिए पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी।
थानों के बाद बदले जाएंगे कैदी वाहन के चालक एसएसपी गरिमा मलिक ने थानों में तैनात सिपाही चालकों को तबादला किया जा रहा है। अब कैदी वाहन के सिपाही चालकों को बदलने की तैयारी चल रही है। छह माह से एक ही कैदी वैन चला रहे चालकों का तबादला होगा और उनकी जगह पुलिस लाइन में मौजूद या थानों में तैनात चालक को कैदी वाहन पर तैनात किया जाएगा।
एसएसपी गरिमा मलिक ने बताया कि 40 वाहनों में जीपीएस लगा दिए गए हैं। बाकी वाहनों में लगाने का काम चल रहा है। इसके साथ ही डीएसपी और एसपी स्तर के अधिकारियों के मोबाइल में एप इंस्टॉल किया गया है, जिससे वे वाहनों की लोकेशन लेते रहेंगे। साथ ही डायल 100 में बड़े स्क्रीन पर गूगल मैप की मदद से गाड़ियों की मूवमेंट दिखती रहेगी। जल्द ही करीब तीन सौ गाड़ियों में भी यह सिस्टम लगा दिया जाएगा। जीपीएस लगाने वाले कंपनी के कर्मी बुधवार को एसएसपी, तीनों सिटी एसपी और सभी डीएसपी के मोबाइल में भी एप इंस्टॉल किया।
एक का यूजर आइडी भी सभी अधिकारियों को दिया जाएगा, जिससे वह किस थाने की गाड़ी कहां है इसके बारे में वह दफ्तर में बैठे बैठे जान सकेंगे। जैसे ही सभी गाड़ियों में यह सिस्टम लग जाएगा, पूरी तरह से काम करने लगेगा। पुलिस कंट्रोल रूम में चौबीस घंटे निगरानी के लिए पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी।
थानों के बाद बदले जाएंगे कैदी वाहन के चालक एसएसपी गरिमा मलिक ने थानों में तैनात सिपाही चालकों को तबादला किया जा रहा है। अब कैदी वाहन के सिपाही चालकों को बदलने की तैयारी चल रही है। छह माह से एक ही कैदी वैन चला रहे चालकों का तबादला होगा और उनकी जगह पुलिस लाइन में मौजूद या थानों में तैनात चालक को कैदी वाहन पर तैनात किया जाएगा।
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