अब राजनीतिक विकल्प खुद तैयार करेंगे भूमिहार-ब्राह्मण, कहा- 2020 के चुनाव में बनेंगे किंगमेकर
भूमिहारों और ब्राह्मïणों को अगर राजनीतिक तौर पर नजरअंदाज किया गया तो खुद हम राजनीतिक विकल्प तैयार करने के लिए मजबूर हो जाएंगे। पटना के गांधी मैदान में आयोजित हुई रैली।
पटना, जेएनएन। भूमिहारों और ब्राह्मïणों को अगर राजनीतिक तौर पर नजरअंदाज किया गया तो खुद हम राजनीतिक विकल्प तैयार करने के लिए मजबूर हो जाएंगे। भूमिहार-ब्राह्मण एकता मंच फाउंडेशन के अध्यक्ष आशुतोष कुमार ने पटना के गांधी मैदान में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि समाज हमारी प्राथमिकता है, राजनीति नहीं।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों ने न चुनावी घोषणापत्रोंमें भूमिहार और ब्राह्मणों को महत्व दिया और न ही राजनीतिक मंचों से। अब यह अन्याय स्वीकार नहीं होगा। आजादी के बाद से आज तक राजनीतिक दलों ने भूमिहारों का उपयोग किया, परंतु राजनीति में भागीदारी में लगातार कमी आती गई। भूमिहार ब्राह्मण ही समाजवाद की जड़ हैं। जड़ ही सूख जाएगी तो पत्तियां हरी नहीं रहेंगी।
उन्होंने कहा कि 2020 के चुनाव में भूमिहार-ब्राह्मण समाज किंग मेकर की भूमिका में होगा। रैली में पांच सूत्री मांगों से संबंधित प्रस्ताव पारित किए गए। इसमें आरक्षण का आधार गरीबी, सवर्ण आयोग को संवैधानिक दर्जा दिलाना, जिला व राज्य स्तर पर परशुराम छात्रावास का निर्माण, युवाओं पर झूठे एफआइआर की वापसी व सवर्ण बहुल पंचायतों को आरक्षण मुक्त करना आदि शामिल है। कार्यक्रम में संरक्षक अरुण कुमार सिंह, संजीव नयन, राहुल कुमार, सुदर्शन कुमार, अनंतानंद सरस्वती, सुदर्शनाचार्य आदि ने भी विचार व्यक्त किए।