NMCH Free Retina Scanning:10Min में मिल रही रेटिना की 10 लेयर की थ्री-डी इमेज, वो भी मुफ्त
नालंदा मेडिकल कॉलेज (एनएमसीएच) में रेटिना की स्कैनिंग शुरू हो गई है। लगभग 30 लाख की कीमत वाली इस मशीन से मिनटों में रेटीना का 10 लेयर सूक्ष्मता से स्कैन हो रहा है।
अहमद रजा हाशमी, पटनाः अब आंखों की बड़ी से बड़ी समस्या पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज (एनएमसीएच) में सुलझ जाएंगी। NMCH में आंखों के रेटिना की स्कैनिंग शुरू हो गई है। इसके लिए नेत्र रोग विभाग में ऑप्टिकल कोहरेंस टोमोग्राफी यानी ओसीटी मशीन लगाई गई है।
प्रदेश के गिने-चुने अस्पताल में शामिल हुआ एनएमसीएच
लगभग 30 लाख की कीमत वाली इस मशीन से मिनटों में रेटीना का 10 लेयर सूक्ष्मता से स्कैन हो रहा है। ग्लूकोमा, ऑटप्टिक नर्व एवं आंखों से संबंधित अन्य बीमारियों तक पहुंचना और डॉक्टरों के लिए इलाज कर पाना बेहद आसान हो गया है। इस मशीन के लग जाने से एनएमसीएच प्रदेश के गिने-चुने अस्पतालों में शामिल हो गया है।
मुफ्त में की जा रही जांच
ओसीटी मशीन से मरीज के रेटिना की जांच कर रहे विभागाध्यक्ष डॉ. राजेश तिवारी ने बताया कि ऑप्टिकल कोहरेंस टोमोग्राफी बेहद अत्याधुनिक मशीन है। अस्पताल आने वाले मरीजों की जांच इससे मुफ्त की जा रही है। उन्होंने बताया कि सप्ताह में छह दिनों तक इस मशीन से मरीजों की जांच कर इलाज किया जा रहा है। जांच में विभाग के डॉ. अशोक कुमार सिन्हा, डॉ. एम ए अकबर, डॉ प्रदीप कारक समेत अन्य उपस्थित थे।
रंगीन इमेज रिपोर्ट से बीमारी का तुरंत पता
नेत्र रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ. राजेश तिवारी ने बताया कि मरीज की ठुड्ढी के सहारे मशीन के सामने सिर रखा जाता है। कमांड देते ही यह ऑटोमेटिक मशीन रेटिना पर फोकस करती है। रेटिना में मौजूद दस लेयर की एक साथ सूक्ष्मता से स्कैनिंग कर उसका थ्री डी इमेज मॉनिटर पर दिखाती है।
रिपोर्ट बगल के कंप्यूटर स्क्रीन पर आ जाती है। मिनटों में स्कैनिंग रिपोर्ट की रंगीन छपाई कर ली जाती है। नेत्र रोग विशेषज्ञ इस रिपोर्ट पर मंथल व गहन अध्ययन करते हैं। इसके उपरांत मरीज की आंखों में उत्पन्न समस्या तक पहुंचना आसान हो जाता है। रेटिना की स्कैनिंग रिपोर्ट के आधार पर आंखों के इलाज की गुणवत्ता बढ़ जाती है।
रेडक्रॉस में कल से होगा आंखों का ऑपरेशन
बिहार रेडक्रॉस की ओर से 30 नवंबर से आंखों का ऑपरेशन शुरू किया जाएगा। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। उसके बाद जल्द ऑपरेशन थियेटर का उद्घाटन करने के लिए राज्यपाल को आमंत्रित किया जाएगा। अध्यक्ष डॉ. विनय बहादुर सिन्हा का कहना है कि बिहार रेडक्रॉस में आंखों का ऑपरेशन 30 नवंबर से शुरू किया जा रहा है।
पीजी की तीन सीटें अब इसी आधार पर मिलने की उम्मीद
नेत्र रोग विभाग में एक प्रोफेसर, तीन एसोसिएट प्रोफेसर, सात असिस्टेंड प्रोफेसर, नौ सीनियर रेजिडेंट, एक जूनियर रेजिडेंट कार्यरत हैं। इसी माह की सात तारीख को मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम ने पीजी की तीन सीटों की मान्यता देने के लिए अस्पताल एवं विभाग का निरीक्षण किया था। टीम का रुख सकारात्मक था। शिक्षकों की कमी नहीं है। ओसीटी का इस्तेमाल शुरू होते ही पीजी सीट की मान्यता मिलने की उम्मीद बढ़ गई।