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एनएमसीएच को पीएम केयर फंड से वेंटिलेटर की जरूरत नहीं, 20 वेंटिलेटर बन रहे कबाड़

कोरोना बढ़ने के साथ ही सरकार ने तत्परता दिखाते हुए अस्पतालों में इलाज की तमाम सुविधाएं एवं व्यवस्था सुनिश्चित कराई। इसी क्रम में नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल को प्रधानमंत्री केयर योजना के तहत 20 वेंटिलेटर उपलब्ध कराया गया।

By Prashant KumarEdited By: Published: Thu, 12 Nov 2020 11:46 AM (IST)Updated: Thu, 12 Nov 2020 11:46 AM (IST)
एनएमसीएच को पीएम केयर फंड से वेंटिलेटर की जरूरत नहीं, 20 वेंटिलेटर बन रहे कबाड़
नालंदा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में बेकार पड़े वेंटिलेटर। जागरण आर्काइव।

जेएनएन, पटना। कोरोना बढ़ने के साथ ही सरकार ने तत्परता दिखाते हुए अस्पतालों में इलाज की तमाम सुविधाएं एवं व्यवस्था सुनिश्चित कराई। इसी क्रम में नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल को प्रधानमंत्री केयर योजना के तहत 20 वेंटिलेटर उपलब्ध कराया गया। चिंताजनक बात यह है कि लगभग साढे तीन महीनों बाद भी इन वेंटिलेटर को इंस्टॉल करने के लिए अस्पताल प्रशासन जगह सुनिश्चित नहीं कर सका है। अस्पताल में पहले से आवश्यकता से अत्यधिक वेंटिलेटर होने के कारण पीएम केयर वेंटिलेटर यहां अनुपयोगी साबित हो रहा है। करोड़ों रुपए के इन्वेंट लेटर के बिना इस्तेमाल कबाड़ बन जाने की संभावना जता रहे डॉक्टर इसे दूसरे अस्पतालों में भेजे जाने का सुझाव स्वास्थ्य विभाग को दे रहे हैं।

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29 जुलाई को भेजे गए थे वेंटिलेटर

29 जुलाई को एनएमसीएच पहुंचे बीस पीएम केयर वेंटिलेटर को इंस्टॉल किए जाने को लेकर अस्पताल प्रशासन और निश्चितना विभाग के बीच ठन गई है। अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह का कहना है कि इन वेंटीलेटरो की मांग भेजने से पहले ही निश्चितना विभाग के अध्यक्ष द्वारा इसे इंस्टॉल किए जाने के लिए जगह चिन्हित करना था। आज तक यह वेंटिलेटर इंस्टॉल नहीं किया जा सका है। अधीक्षक का कहना है कि वेंटिलेटर न लगने से मरीजों को नुकसान पहुंच रहा है। इस मामले को बड़ी लापरवाही बताते हुए अधीक्षक ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिखकर पूरे मामले से अवगत कराया है। इनका कहना है कि निश्चितना विभाग के अध्यक्ष डॉ अशोक कुमार वेंटिलेटर इंस्टॉल न कर सरकारी कामकाज में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। उनका रवैया मरीज हित में उचित नहीं है।

क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर

दूसरी ओर निश्चितना विभाग के अध्यक्ष डॉ अशोक कुमार ने इस बारे में कहा कि अस्पताल को इतने वेंटिलेटर की आवश्यकता नहीं है। पहले से ही अस्पताल के सर्जिकल आईसीयू, मेडिसिन आईसीयू, इमरजेंसी तथा मेडिसिन विभाग में पर्याप्त संख्या में वेंटिलेटर उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि कोरोना काल में कोविड अस्पताल घोषित एनएमसीएच में हजारों कोरोना मरीज भर्ती हुए। उनमें से लगभग दस मरीजों के लिए ही वेंटिलेटर की आवश्यकता पड़ी। अधीक्षक को पत्र लिखकर उन्होंने पीएम केयर वेंटिलेटर इंस्टॉल करने की जगह चिन्हित किए जाने की मांग की है। उन्होंने सुझाव दिया कि एनएमसीएच में अनावश्यक पड़े वेंटिलेटरो को दूसरे अस्पतालों में जहां आवश्यकता है वहां भेजा जाना चाहिए ताकि अधिक से अधिक मरीजों को इसका लाभ मिल सके।


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