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नीतीश ने अफसरों को दिए कड़े निर्देश, कहा- जब तक हम हैं शराबबंदी से कोई समझौता नहीं

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि जब तक हम हैैं शराबबंदी से कोई समझौता नहीं होगा। उन्‍होंने अफसरों को भी कई निर्देश दिए। वे ज्ञान भवन मेंं आयोजित समारोह में बोल रहे थे।

By Rajesh ThakurEdited By: Published: Tue, 26 Nov 2019 09:49 PM (IST)Updated: Wed, 27 Nov 2019 08:09 PM (IST)
नीतीश ने अफसरों को दिए कड़े निर्देश, कहा- जब तक हम हैं शराबबंदी से कोई समझौता नहीं
नीतीश ने अफसरों को दिए कड़े निर्देश, कहा- जब तक हम हैं शराबबंदी से कोई समझौता नहीं

पटना, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि जब तक हम हैैं शराबबंदी से कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष 21 जनवरी को नशामुक्ति व जल-जीवन-हरियाली अभियान के पक्ष में तथा बाल विवाह, दहेज प्रथा के खिलाफ पूरे प्रदेश में वृहद मानव शृंखला का आयोजन किया जाएगा।  ज्ञान भवन में आयोजित नशामुक्ति दिवस पर मुख्यमंत्री ने यह बात कही। उन्होंने जीविका दीदियों का आह्वान किया कि वे गांधी जी के इस कथन का प्रचार करें कि शराब पीने वाला इंसान हैवान हो जाता है। ज्ञान भवन मेंं आयोजित समारोह को उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी संबोधित किया।

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अफसरों को दिए कई निर्देश

मुख्यमंत्री ने कहा कि सप्ताह के सभी कार्यदिवसों में पुलिस महानिदेशक, अपर मुख्य सचिव गृह, मद्य निषेध व स्पेशल ब्रांच के आला अधिकारी आधा घंटे की समीक्षा शराबबंदी को लेकर करें। फीडबैक के आधार पर निर्देश जारी करें। गड़बड़ी करने वाला चाहे जो हो उसे छोडि़ए नहीं। मैैंने कभी किसी को बचाने या फंसाने के लिए नहीं कहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप चाहे जितना कुछ कर लें कुछ लोग ऐसे होते हैैं जिन्हें गड़बड़ करने की आदत होती है। कुछ लोग होम डिलेवरी की बात करते हैैं। ये वही लोग हैैं जिन्हें घर में पीने की आदत है। इसके अतिरिक्त जिनके मन में शराब के धंधे का विचार आता है वे लोग इस तरह की बात करते हैैं।

गरीब-गुरबा का हुआ सबसे अधिक कल्याण

उन्‍होंने कहा कि कुछ लोग कहते हैैं कि शराबबंदी की वजह से दो लाख जेल में हैैं। जबकि बिहार में जेल की कुल क्षमता 40 हजार ही है। गरीब-गुरबा का सबसे अधिक कल्याण शराबबंदी से हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी को ले निरंतर अभियान चलाते रहना होगा। हत्या के मामले में आजीवन कारावास है और फांसी की सजा भी फिर भी हत्या की वारदात सामने आती है।  

घरेलू व विदेशी पर्यटकों की संख्या में कोई कमी नहीं 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि शराबबंदी की वजह से बिहार में घरेलू व विदेशी पर्यटकों की संख्या में कोई कमी नहीं आयी है। शराबबंदी लागू होने के पूर्व बिहार में 2.89 करोड़ पर्यटक आए, विदेशी पर्यटक 9.23 लाख थे, 2016 में यह संख्या बढ़कर 2.95 करोड़ हो गई, विदेशी पर्यटकों की संख्या 10.10 लाख थी, 2017 में 3.35 करोड़ पर्यटक आए, विदेशी पर्यटकों की संख्या 10.83 लाख थी। वहीं 2018 में 3.47 करोड़ पर्यटक बिहार पहुंचे और इसमें विदेशी पर्यटकों की संख्या 10.88 लाख थी।

अपनी प्रतिबद्धता को ले कविता की चार पंक्ति भी पढ़ी

शराबबंदी को ले अपनी प्रतिबद्धता पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नशामुक्ति दिवस में एक कविता की दो पंक्ति भी पढ़ी-

चल पड़ा है कारवां तो बीच में रूकना मना है

विघ्न पथ को लांघना है, हारना-झुकना मना है।


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