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बिहार के सियासी गलियारे में हलचल तेज, महज दो दिनों में दो बार मिले नीतीश व तेजस्वी

बिहार के सियासी गलियारे में हलचल तेज है। दो दिनों में दो बार मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार व नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव ने आपस में मुलाकात की। कल अकेले में मिले थे आज कई थे साथ् में।

By Rajesh ThakurEdited By: Published: Wed, 26 Feb 2020 09:13 PM (IST)Updated: Thu, 27 Feb 2020 09:10 AM (IST)
बिहार के सियासी गलियारे में हलचल तेज, महज दो दिनों में  दो बार मिले नीतीश व तेजस्वी
बिहार के सियासी गलियारे में हलचल तेज, महज दो दिनों में दो बार मिले नीतीश व तेजस्वी

पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार के सियासी गलियारे (Political Corridor) में हलचल तेज है। हलचल इस बात को लेकर है कि महज दो दिनों में मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) और नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव (Tejashwi Yadav) महज दो दिनों में दो बार मिले। मंगलवार को तेजस्‍वी की पहल पर दोनों में मुलाकात हुई थी, तो बुधवार को नीतीश ने इसकी पहल की। बुधवार को दोनों नेताओं ने संग-संग चाय की चुस्‍की भी ली। 

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बिहार में महागठबंधन (Mahagathbandhan) की दोस्ती टूटने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बीच दो दिनों में दूसरी मुलाकात के निहितार्थ ढूंढे जा रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संदेश भेजकर विधानसभा स्थित उनके कक्ष में मुलाकात की थी। बताया गया कि एनआरसी (NRC) और एनपीआर (NPR) पर विधानसभा से सर्वसम्मत प्रस्ताव को लेकर दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात हुई। 

बुधवार को मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष की विधानसभाध्यक्ष विजय कुमार चौधरी (Vijay Kumar Chaudhary) के कक्ष में दोबारा मुलाकात हुई। इस बार पहल दूसरी ओर से था। विधानसभा में राज्यपाल (Governor) के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर सरकार की ओर से जवाब देने के बाद सदन की कार्यवाही जैसे ही स्थगित हुई, नीतीश कुमार विधानसभा अध्यक्ष के कक्ष में पहुंचे। राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी (Abdul Bari Siddiqui) भी वहां मौजूद थे।

इसी बीच राजद के ललित यादव भी वहां पहुंच गए। यादव जैसे ही वहां पहुंचे सिद्दीकी ने उन्हें इशारा किया कि मुख्यमंत्री तेजस्वी के साथ चाय पीना चाहते हैं। ललित यादव यह संवाद लेकर नेता प्रतिपक्ष के यहां पहुंचे। कुछ ही क्षणों में तेजस्वी स्पीकर के कक्ष में पहुंच गए। 15-20 मिनट तक दोनों ने एक साथ चाय पी और बात की। इसके बाद तेजस्वी वहां से निकल गए।

महागठबंधन से अलग होने के बाद मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष के संबंध तल्ख हो गए थे। तेजस्वी मुख्यमंत्री के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने का कोई मौका नहीं छोड़ते थे, लेकिन दो तीन-महीने से इसमें नरमी के संकेत मिलने लगे हैं। दिसंबर में विधानसभा के पिछले सत्र में तेजस्वी विधानसभा में उपाध्यक्ष पद को लेकर मिले थे। 

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