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नक्‍सलियों का कनेक्‍शन खंगालने NIA की टीम पहुंची जहानाबाद, कहां से होती थी हथियारों की सप्‍लाई

जहानाबाद में 31 मार्च को नक्‍सली के घर से भारी मात्रा में हथियारों व विस्‍फोटकों की बरामदगी मामले की जांच एनआइए कर रही है। सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इस केस को एनआइए को सौंपा है।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Wed, 23 Jun 2021 08:42 AM (IST)Updated: Wed, 23 Jun 2021 08:42 AM (IST)
नक्‍सलियों का कनेक्‍शन खंगालने NIA की टीम पहुंची जहानाबाद, कहां से होती थी हथियारों की सप्‍लाई
नक्‍सलियों से बरामद विस्‍फोटक व हथियार। फाइल फोटो

जहानाबाद,  जागरण संवाददाता। कुख्‍यात नक्‍सली परशुराम सिंह (Naxalite Parashuram Singh) के घर से भारी मात्रा में हथियार व विस्‍फोटक बरामदगी मामले की जांच एनआइए को सौंपी गई है। इस आलोक में नगर थाना क्षेत्र के कड़ौना ओपी अन्तर्गत बिस्टौल गांव में मंगलवार को एनआइए की टीम (NIA Team) पहुंची। तीन सदस्यीय टीम ने 31 मार्च को हथियार के ज़खीरे के साथ गिरफ्तार नक्सली परशुराम सिंह के घर में जांच-पड़ताल की।

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31 मार्च को नक्‍सली के घर से मिला था विस्‍फोटक  

बताते चलें कि एसटीएफ ने 31 मार्च को बिस्टौल गांव के परशुराम सिंह के घर से राइफल, गोली, मैगजीन, हैंड ग्रेनेड सहित भारी मात्रा में विस्फोटक के साथ दो हार्डकोर नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें परशुराम के अलावा गया जिले के टिकारी थाना क्षेत्र के डोहिया गांव का संजय सिंह पुलिस के हत्‍थे चढ़ा था। उनके पास से एक रायफल, 25 जिंदा कारतूस, सात मैगजीन, पांच अर्द्ध निर्मित ग्रेनेड के अलावा 7248 ग्रेनेड के पार्ट्स भी मिले थे। इसके अलावा इस छापामारी में नक्सलियों के ठिकाने से इलेक्ट्रॉनिक ड्रिलिंग मशीन, दो वायरलेस सेट, आठ बोरा चारकोल, 650 सेफ्टी कैच हैंड ग्रेनेड, 605 डेटोनेटर समेत अन्य विस्‍फोटक की बरामदगी भी हुई थी।  मौके पर एनआईए की टीम के अलावा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अशोक कुमार पांडेय तथा कड़ौना ओपी अध्यक्ष अजीत कुमार भी मौजूद थे।

बंगाल से भेजा था हथियारों का जखीरा

बता दें कि गिरफ्तारी के बाद यह बात सामने आई थी कि इन नक्‍सलियों को बंगाल से निर्मित और अर्द्धनिर्मित हथियार भेजे जाते थे। इन्‍हें पूरी तरह तैयार करके झारखंड के जंगलाें में भेजा जाता था। परशुराम सिंह पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के लिए गांव में साधारण मजदूर की तरह रहता था। पूछताछ में यह बात सामने आई क‍ि वह लंबे समय से झारखंड के जंगलों में हथियारों की सपलाई करता था। सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच की जिम्‍मेदारी एनआइए को सौंपी।  

जहानाबाद जेल ब्रेक कांड में थे शामिल 

मालूम हो कि एसटीएफ ने जहानाबाद जेल ब्रेक कांड में शामिल नक्‍सलियों के गांव में छिपे होने की सूचना पर धावा बोला था। वहां से दो नक्‍सलियों की गिरफ्तारी के साथ भारी मात्रा में गोला-बारूद की बरामदगी ने पुलिस को चौंका दिया। इनकी जहानाबाद जेल ब्रेक कांड में भी संलिप्‍तता की बात सामने आई। 


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