आइजीआइएमएस में प्रत्यारोपण के लिए बनेगा स्पेशल मॉड्यूलर ओटी
इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस) में बढ़ेगी सुविधा
नलिनी रंजन, पटना। इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस) में लिवर और किडनी प्रत्यारोपण के लिए अब स्पेशल अत्याधुनिक ऑपरेशन थिएटर बनाया जाएगा। यह ऑपरेशन थिएटर पुरानी कैथलैब को नए एडवांस कॉर्डियक केयर यूनिट में बनी कैथ लैब के पास शिफ्ट करने के बाद बनाया जाएगा। नई कैथ लैब के पास स्थापित होने से यह कम मैन पावर में आसानी से संचालित किया जा सकेगा। साथ ही, मरीजों को भी ढूंढने में परेशानी नहीं होगी। इसको शिफ्ट करने की कवायद अगले महीने से की जाएगी। इसके लिए आइजीआइएमएस प्रशासन की ओर से तैयारी आरंभ कर दी गई है। इसके बन जाने के बाद अंग प्रत्यारोपण के दिन भी कोई ऑपरेशन नहीं टलेगा। दोनों प्रक्रियाएं साथ-साथ चलती रहेंगी। इससे मरीज और परिजनों की परेशानी खत्म हो जाएगी।
---------------
प्रत्यारोपण के दिन बंद हो जाते हैं सामान्य ऑपरेशन
आइजीआइएमएस में अंग प्रत्यारोपण के लिए स्पेशल ऑपरेशन थिएटर नहीं है। इससे जिस दिन किडनी प्रत्यारोपण तय होता है, उस दिन सामान्य ऑपरेशन टालना पड़ता है। इससे मरीजों के ऑपरेशन की तिथि बढ़ा दी जाती है। वर्तमान में आइजीआइएमएस में केवल किडनी प्रत्यारोपण किया जाता है, जबकि आगामी समय में लिवर प्रत्यारोपण भी प्रस्तावित है। ऐसे में लिवर प्रत्यारोपण को लेकर कभी भी कैडेवर (लाश) अस्पताल को मिल सकता है। इससे उसका अंग लेना और प्रत्यारोपण करने की प्रक्रिया जल्दी करनी होगी। इसके लिए स्पेशल ऑपरेशन थिएटर नहीं होने पर मामला गड़बड़ा भी सकता है। इस खतरे को देखते हुए आइजीआइएमएस प्रशासन ने स्पेशल ऑपरेशन थिएटर बनाने का निर्णय लिया है।
---------------
कहते हैं अधिकारी
न्यूरो ओटी के बगल में स्थित पुरानी कैथ लैब को एडवांस कॉर्डियक सेंटर के पास शिफ्ट किया जाएगा। इसके बाद यहां सौंदर्यीकरण कर दो अत्याधुनिक ऑपरेशन थिएटर बनाए जाएंगे, जो स्पेशल प्रत्यारोपण के लिए सुरक्षित रहेंगे। इससे सामान्य ओटी सामान्य रूप से चलता रहेगा।
- डॉ. मनीष मंडल, चिकित्सा अधीक्षक, आइजीआइएमएस।