चक्कर आना व थकावट कोरोना वायरस का नया लक्षण, सिर दर्द भी पैदा कर सकता है समस्या
कोविड-19 के नए स्ट्रेन ने देश के कुछ राज्यों में दस्तक दे दी है। राहत की बात है कि बिहार के किसी भी जिले में अभी नए स्ट्रेन की पुष्टि नहीं हुई है। नए स्ट्रेन को लेकर इसके लक्षणों के बारे में अभी असमंजस की स्थिति है।
जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ: कोविड-19 को लेकर स्वास्थ्य विभाग एक बार फिर अलर्ट मोड में है, क्योंकि कोविड-19 के नए स्ट्रेन ने देश के कुछ राज्यों में दस्तक दे दी है। इसी के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को कोविड संबंधित जारी सभी गाइडलाइन का पालन कराने को कहा है। राहत की बात है कि बिहार के किसी भी जिले में अभी नए स्ट्रेन की पुष्टि नहीं हुई है। इस बीच सोमवार से आम लोगों का वैक्सीनेशन शुरू होने की संभावना है। इसके लिए ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन होना है। 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाना है। वहीं 40 से 59 साल की उम्र के बीच के गंभीर रोग के शिकार लोगों को भी वैक्सीन दिए जाएंगे। बशर्ते डॉक्टर का सर्टिफिकेट होना चाहिए। नए स्ट्रेन को लेकर इसके लक्षणों के बारे में अभी असमंजस की स्थिति है। ऐसे में लोगों को मास्क का नियमित इस्तेमाल, भीड़ वाली जगहों से दूरी और साफ-सफाई रखना होगा।
नए स्ट्रेन के लक्षणों को पहचानने की जरूरत
कोरोना के नए स्ट्रेन की आहट से सभी के मन में भय व्याप्त है। नए स्ट्रेन के लक्षण भी मूलरूप से पुराने संक्रमण वाले ही हैं। हालांकि कुछ नए लक्षण भी मेडिकल एक्सपर्ट ने उजागर किए हैं। ब्रिटेन के कई विशेषज्ञ बताते हैं कि चक्कर आना, जी मचलाना, कमजोरी का एहसास और लगातार थकावट महसूस होना कोविड के नए स्ट्रेन के प्रमुख लक्षण हैं। कुछ लोगों में तेज सरदर्द की भी शिकायत देखी गई है।
स्ट्रेन कैसा भी हो, सतर्कता ही सुरक्षा
विश्व स्वास्थ्य संगठन की प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने बताया कि कोविड का स्ट्रेन कैसा भी हो, सतर्कता ही सुरक्षा है। कोविड सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करके ही इसके संक्रमण से बचा जा सकता है। जरा सी लापरवाही संक्रमण को खुला निमंत्रण दे सकती है। सुरक्षा मानकों का पालन घर और बाहर दोनों जगह जरूरी है। अगर किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या हो तो अविलंब डॉक्टर से परामर्श लें।
संक्रमित के सम्पर्क में आए लोगों की होगी पुन: जांच
जिला में यदि कोई व्यक्ति संक्रमित होता है तो उसके संपर्क में आए लोगों की भी पुन: जांच की जाएगी। विभागीय आदेश के अनुसार यदि आवश्यकता पड़ी तो जिले में माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए जा सकते हैं। फिलहाल जिले में कोरोना संक्रमण पूरी तरह से कंट्रोल में है परंतु कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़ा तो कंटेनमेंट जोन चिह्नित किया जा सकता है।