नया कृषि कानून: राज्यव्यापी चक्का जाम को लेकर सड़क पर उतरे माले कार्यकर्ता, आरा-पटना राजमार्ग जाम
नए कृषि कानूनों के खिलाफ आज बिहार में अखिल भारतीय किसान महासभा व भाकपा-माले ने राज्यव्यापी चक्का जाम की घोषणा की है। पार्टी कार्यकर्ता सुबह से ही सड़क पर उतर गए हैं। सड़क जाम का नेतृत्व तरारी के भाकपा-माले विधायक सुदामा प्रसाद कर रहे है।
पटना/ आरा, जेएनएन। सीपीआइ-माले पार्टी कार्यकर्ता शनिवार की सुबह से सड़क पर उतर गए हैं। आरा बस स्टैंड के समीप ही आरा-पटना राजमार्ग को जाम कर दिया है। सड़क जाम का नेतृत्व तरारी के भाकपा-माले विधायक सुदामा प्रसाद कर रहे है।
तीनों कृषि कानून वापस लेने, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान के सरकारी खरीद की गारंटी देने और प्रस्तावित बिजली बिल 2020 वापस लेने की मांग कर रहे है। सड़क जाम से वाहनों की लम्बी कतार लग गई है।
बता दें कि भाकपा माले की केंद्रीय कमेटी की दो दिवसीय बैठक में कल शुक्रवार को नए कृषि कानूनों के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन को समर्थन देने और शनिवार को प्रदेश व्यापी चक्का जाम करने का फैसला लिया गया । पार्टी महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि यह केंद्र सरकार मजदूर और किसान विरोधी है। नया कृषि कानून कारपोरेट घरानों के हित में बनाया गया है।
सुबह आठ बजे से ही सड़क पर उतर गए हैं बंद समर्थक
पूर्व से आहूत राज्यव्यापी चक्का जाम आंदोलन के तहत भाकपा -माले के कार्यकर्ता सुबह आठ बजे से ही सड़क पर उतर गए हैं। पार्टी का झंडा व बैनर लेकर प्रदर्शन कर रहे है। किसानों से वार्ता को दिखावा बता रहे हैं। साथ ही तीनों कृषि कानून वापस लेने,न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान के सरकारी खरीद की गारंटी देने और प्रस्तावित बिजली बिल 2020 वापस लेने की मांग को लेकर विरोध-प्रदर्शन कर रहे है। आंदोलन में माले विधायक सुदामा प्रसाद के अलावा पार्टी नेता क्यामुद्दीन अंसारी,दिलराज प्रीतम, अमित बंटी व गोपाल प्रसाद समेत कई कार्यकर्ता मौजूद है। पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंच कर जाम हटाने के प्रयास में लगी हुई है।
धरहरा पुल से जीरो माइल तक लंबा जाम
बस स्टैंड के पास सड़क जाम के चलते आरा-पटना राजमार्ग पर वाहनों का परिचालन शनिवार की सुबह से बंद हो गया है।धरहरा से लेकर जीरो माइल तक वाहनों की लंबी कतार लग गई है। जाम के चलते आरा-सासाराम व आरा-मोहनिया हाईवे भी प्रभावित हो गया है। लंबी दूरी की बसें भी जाम में फंसी हुई हैं।