मुख्यमंत्री नीतीश के नेतृत्व में सात जून को राजग का सम्मेलन, जुटे के दलों के नेता
सात जून को राजधानी पटना के ज्ञान भवन में राजग का एक सम्मेलन होने जा रहा है। इस सम्मेलन में राजग में शामिल सभी दलों की एक बैठक होगी।
पटना [जेएनएन]। पटना में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) कोर कमेटी की बैठक के बाद अब सात जून को राजधानी पटना के ज्ञान भवन में राजग का एक सम्मेलन होगा। इस सम्मेलन का मकसद राजग की एकजुटता को कायम रखना बताया जा रहा है। इसमें जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व बिहार भाजपा के प्रभारी भूपेंद्र यादव भी शामिल होंगे। राजग के इस तरह के कार्यक्रम के मेजबान की भूमिका में भाजपा निभाएगी।
जुटेंगे सभी दल के नेता
इस सम्मेलन में राजग में शामिल चारों दल भाजपा, जदयू, रालोसपा (दोनों उपेंद्र व अरुण गुट) और लोजपा के सभी सासद, विधायक, विधान पार्षद व पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी, बिहार के सभी केंद्रीय मंत्री और राज्य सरकार के सभी मंत्री हिस्सा लेंगे। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष देवेश कुमार ने बताया कि सात जून को सायं सात बजे से सम्मेलन शुरू होगा। इसमें केंद्र और राज्य की राजग सरकारों की उपलब्धियों पर विस्तार से चर्चा होगी।
जदयू कोर कमेटी की मीटिंग
गौर हो कि जदयू कोर कमेटी की बैठक जदयू अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के घर पर हुई थी। इस बैठक में शामिल होने केसी त्यागी और पवन वर्मा दिल्ली से पटना पहुंचे थे। बैठक में चुनाव रणनीतिकार प्रशात किशोर भी शामिल हुए थे। बैठक के बाद अजय आलोक ने कहा, सीट शेयरिंग को लेकर जदयू में कोई कन्फ्यूजन नहीं है। हम अब तक 25 सीटों पर चुनाव लड़ रहे थे और भाजपा 15 सीटों पर। लेकिन अब अन्य सहयोगी पार्टियां भी हमसे जुड़ गई हैं तो अब सीट शेयरिंग को लेकर वरिष्ठ नेता फैसला करेंगे। बिहार में नीतीश कुमार ही राजग गठबंधन का चेहरा बने रहेंगे।
इससे पहले दिल्ली में रविवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से केंद्रीय मंत्री व लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान ने मुलाकात की थी। यह मुलाकात 40 मिनट तक चली थी। मुलाकात के दौरान रामविलास के बेटे व सासद चिराग पासवान भी मौजूद थे। मुलाकात के बाद रामविलास ने कहा कि बिहार एक पिछड़ा हुआ राज्य है। उसे विशेष दर्जा जरूर दिया जाना चाहिए।