नैक ने पटना कॉलेज को बताया ‘सी’ ग्रेड, दिनकर से लेकर सीएम तक ने यहीं की थी पढ़ाई Patna News
156 साल पहले बने राज्य के सबसे पुराने पटना कॉलेज को नैक ने सी ग्रेड दिया है। कॉलेज ने कुल चार सीजीपीए में से 1.62 अंक प्राप्त किए हैं।
जयशंकर बिहार, पटना। बिहार के पहले मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह, लोकनायक जयप्रकाश नारायण, राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर, वर्तमान केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और अश्वनी कुमार चौबे, वर्तमान कुलपति प्रो. रास बिहारी प्रसाद सिंह, डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय आदि जिस कॉलेज के पूर्ववर्ती छात्र रहे उसे नैक ने सी ग्रेड दिया है। 156 साल पहले बने राज्य के सबसे पुराने पटना कॉलेज कुल चार सीजीपीए में से 1.62 अंक प्राप्त किए हैं।
सभी सात मानकों में प्रदर्शन रहा असंतोषजनक
राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) एक्रिडेशन के अभाव में कॉलेज को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) तथा अन्य एजेंसियों के अनुदान से वंचित होना पड़ रहा था। राजभवन की सख्ती और अनुदान बंद होने के बाद पहली बार कॉलेज ने नैक एक्रिडेशन कराया। नैक रिपोर्ट के अनुसार कॉलेज ने सभी सात मानकों में असंतोषजनक प्रदर्शन किया है।
फंड पर पड़ेगा असर
नैक की खराब ग्रेडिंग का प्रभाव केंद्रीय एजेंसियों से मिलने वाले फंड पर पड़ेगा। कॉलेज ने आइआइक्यू 29 मार्च को सबमिट किया था। जबकि सेल्फ स्टडी रिपोर्ट (एसएसआर) 24 मई को जमा किया था। एक्रिडेशन के लिए 18 व 19 अक्टूबर को पीयर टीम ने कॉलेज का निरीक्षण किया था। पटना विश्वविद्यालय में 'सीÓ ग्रेड प्राप्त करने वाला यह पहला कॉलेज है।
रिसर्च, इनोवेशन व विस्तार में 10 फीसद अंक मिले
नैक ने सात मानकों में से किसी में भी 'बी प्लस' ग्रेड नहीं दिया है। सभी मानकों के लिए चार सीजीपीए निर्धारित हैं। तीन से अधिक अंक प्राप्त करने पर 'ए' ग्रेड दिया जाता है। सबसे अधिक चार में 2.35 अंक टीचिंग-लर्निंग एंड इवैल्यूएशन में है। कैरिकुलर एस्पेक्ट्स में 1.82 अंक, रिसर्च, इनोवेशन व विस्तार में 0.4 अंक, ढांचागत सुविधा व शिक्षण संसाधन में 1.58, स्टूडेंट सपोर्ट एंड प्रोगे्रस में 0.82, गवर्नेंस, लीडरशिप एंड मैनेजमेंट में 1.37 तथा इंस्टीट्यूशन वैल्यू एंड बेस्ट प्रैक्टिसेज में 1.67 प्वाइंट मिले हैं।
नामचीन पूर्ववर्ती छात्र किसी काम के नहीं
पीयर टीम कॉलेज के नामचीन पूर्ववर्ती छात्रों की कायल रही। अपनी रिपोर्ट में उसने लिखा है कि देश के चंद कॉलेज ही एलुमिनाई के मामले में पटना कॉलेज के आसपास हैं। लेकिन, कॉलेज को इसका लाभ मिलता नहीं दिख रहा है। कॉलेज के विकास में एलुमिनाई की भागीदारी बढ़ाने की सलाह दी है। सेवानिवृत्त शिक्षकों द्वारा बगैर किसी राशि के कक्षा लेने को सबसे सशक्त पक्ष माना है। कॉलेज को देश का पुराने कॉलेजों में बताया गया है।
सीजीपीए नैक ग्रेड
3.76 से 4.00 ए प्लस प्लस
3.51 से 3.75 ए प्लस
3.01 से 3.50 ए
2.76 से 3.00 बी प्लस प्लस
2.51 से 2.75 बी प्लस
2.01 से 2.50 बी
1.51 से 2.00 सी
1.50 के बराबर या कम पर ग्रेड डी
रिपोर्ट में सकारात्मक पक्ष
-साफ-सुथरा एवं गंगा तट पर कैंपस
-देश के चंद पुराने शिक्षण संस्थानों में एक
-नामचीन एलुमिनाई की बड़ी संख्या
-सेवानिवृत्त शिक्षकों का जुड़ा होना
कमजोर पक्ष
2025 छात्रों को पढ़ाने के लिए सिर्फ 30 स्थायी फैकल्टी
14 विभाग व सेंटर की तुलना में ढांचागत सुविधाएं कम
21 कोर्स संचालित करने के लिए पर्याप्त शिक्षक नहीं
शिक्षक व छात्रों में शोध कार्य में रुचि का अभाव
छात्रों के विकास के लिए योजनाओं की कमी
कॉलेज के लिए चुनौती
-आइक्यूएसी को सशक्त बनाना
-छात्रों के प्लेसमेंट के लिए सक्रिय सेल
-विद्यार्थियों को बेहतर करने के लिए काउंसिलिंग की व्यवस्था
-रोजगार के लिए कंपनियों से छात्रों को जोडऩे की व्यवस्था
प्राचार्य बोले, नहीं है जानकरी
पटना कॉलेज के प्राचार्य प्रो. आरएस आर्या ने कहा कि नैक एक्रिडेशन में मिले ग्रेड की अभी जानकारी नहीं है। पटना कॉलेज में पहली बार एक्रिडेशन के लिए पीयर टीम पहुंची थी। रिपोर्ट प्राप्त होने पर उसकी समीक्षा कर कार्रवाई की जाएगी।