Move to Jagran APP

मुजफ्फरपुर बालिका गृहकांड में याचिका करने वाली वकील को हत्या की धमकी, राजस्थान से जुड़े तार

मुजफ्फरपुर बालिका गृहकांड में याचिका करने वाली वकील अलका वर्मा को अपराधियों ने मोबाइल पर काल कर हत्या की धमकी दी है। वास्तुविहार कालोनी निवासी अलका वर्मा के पति डॉ. केके. मणि की सूचना व अलका के बयान पर दीपनगर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Sun, 23 May 2021 06:35 PM (IST)Updated: Sun, 23 May 2021 06:35 PM (IST)
मुजफ्फरपुर बालिका गृहकांड में याचिका करने वाली वकील को हत्या की धमकी, राजस्थान से जुड़े तार
अधिवक्ता अलका वर्मा को अपराधियों ने मोबाइल पर काल कर हत्या की धमकी दी है। प्रतीकात्मक तस्वीर।

जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ: राज्य महिला आयोग द्वारा नामित अधिवक्ता अलका वर्मा को अपराधियों ने मोबाइल पर काल कर हत्या की धमकी दी है। मुजफ्फरपुर बालिका गृह हत्याकांड में हाईकोर्ट में पीआइएल दाखिल करने वाली अलका वर्मा के पति डॉ. केके. मणि की सूचना व अलका के बयान पर दीपनगर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। एसपी को भी सूचना दे दी गई है।

loksabha election banner

वास्तुविहार कालोनी निवासी डॉ. मणि ने बताया कि उनकी पत्नी ने ही मुजफ्फरपुर बालिका गृह हत्याकांड में हाईकोर्ट में पीआइएल दाखिल की थी, जिसकी जांच सीबीआइ व हाईकोर्ट की निगरानी में चल रही है। अलका को दो दिन पहले किसी ने फोन किया था, उधर से ज्यादा तेज बनने पर हत्या की धमकी दी गई। बाद में पता चला कि धमकी देने वाले का लोकेशन राजस्थान का कोई स्थान है। मोबाइल नंबर की जानकारी दीपनगर थाना पुलिस को दी गई, परंतु संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इसके बाद अधिवक्ता अलका वर्मा ने खुद नालंदा एसपी से बात की। वहीं, उनके पति डॉ. केके मणि ने आइएमए के भागलपुर इकाई को इस बात की जानकारी दी। इसके बाद एसपी के निर्देश पर महिला एसआइ शनिवार को वास्तुविहार कॉलोनी पहुंची और धमकी देने वाले पर प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई शुरू की। इस संबंध में दीपनगर थानाध्यक्ष मुश्ताक ने कहा कि धमकी देने वाले कॉलर की जन्मकुंडली खंगाली जा रही है। वह जल्द ही गिरफ्त में होगा। 

मुजफ्फरपुर कांड में पीआइएल को लेकर धमकी

डॉ. मणि ने आशंका व्यक्त की है कि महिला आयोग की वकील होने के नाते मुजफ्फरपुर कांड में पीआइएल करने को लेकर इस तरह की धमकी दी गई है। कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते वे लगातार भागलपुर में ही ड्यूटी कर रहे हैं। उन्होंने इस मामले में पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग की है। ताकि, मामले की गहराई का पता चल सके। यहां बता दें कि डॉ. केके मणि पूर्व में पावापुरी स्थित वर्धमान महावीर कॉलेज एंड हॉस्पिटल में माइक्रोबायोलॉजी विभाग में पदस्थापित थे। फिलहाल वे भागलपुर के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में माइक्रोबायोलॉजी विभाग के अध्यक्ष हैं। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.