सरसों तेल में पांच रुपये तक का उछाल, चीनी-चावल ने भी दिखाए तेवर, पटना में अब इतनी हुई कीमत
तीन रुपये प्रति किलो महंगा हुआ चावल चीनी की कीमत में भी दो रुपये की वृद्धि ।160 से बढ़कर 200 रुपये प्रति लीटर हो गया रिफाइंड का भाव। महंगाई की मार से थाली पर पड़ेगा असर। गरीबों को होगी समस्या।
पटना, जागरण संवाददाता। घरेलू बजट (Domestic Budget) का दायरा थोड़ा और बढ़ाना होगा। दरअसल, खाद्य तेलों (Edible oils) के साथ ही चावल और चीनी (Rice and Sugar) पर महंगाई की काली छाया फिर मंडराने लगी है। खाद्य तेल पांच रुपये प्रति लीटर महंगे हो गए हैं। इसी तरह से चावल का भाव तीन रुपये बढ़ गया है। चीनी में भी दो रुपये की तेजी आई है। इससे गृहणियों को बजट संतुलित करने में काफी परेशानी हो गई।
सरसों तेल की कीमत पहुंची दो सौ तक
सरसों का तेल पांच रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया है। अब इसका न्यूनतम भाव 155 से बढ़कर 160 रुपये लीटर और अधिकतम भाव 195 से बढ़कर 200 रुपये लीटर हो गया है। रिफाइंड का भाव भी पांच रुपये लीटर बढ़कर 160 से 200 रुपये प्रति लीटर हो गया है। वहीं सामान्य चावल का न्यूनतम भाव 30 रुपये और अधिकतम भाव 35 रुपये किलो पर था। इसमें तीन रुपये की वृद्धि हुई है। अब न्यूनतम भाव 33 रुपये और अधिकतम भाव 38 रुपये पर पहुंच गया है।
चीनी के भाव में भी आई तेजी
चीनी भी दो रुपये प्रति किलो की वृद्धि के साथ कड़वी हो गई है। चीनी का भाव अब तक 40 रुपये प्रति किलो था, जो 42 रुपये पर पहुंच गया है। बिहार खुदरा विक्रेता महासंघ के महासचिव रमेश तलरेजा ने कहा कि खाद्य तेल, चावल और चीनी के भाव में वृद्धि की वजह से एक छोटे परिवार को भी लगभग 200 रुपये प्रति माह अधिक खर्च करना पड़ेगा।खाद्य सामग्री की कीमत में वृद्धि का सीधा असर मध्यम और निम्नवर्गीय आय वाले लोगों पर पड़ेगा। पहले से महंगाई की मार झेल रहे लोगों को चावल, तेल के भाव और रुला रहे हैं। बताया जाता है कि पेट्रोलियम की कीमतों में वृद्धि की वजह से हर सामान के दाम बढ़े हैं। इस कारण निम्न आय वाले परिवार की थाली, भर नहीं पा रही है।