बिहार के गोपालगंज जिले में नवनिर्वाचित मुखिया की हत्या, पटना और जमुई में भी हो चुके हैं ऐसे मामले
Gopalganj Mukhia Murder बिहार में नवनिर्वाचित मुखिया की हत्या का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पटना और जमुई जिले में चुनाव के तुरंत बाद मुखिया को मारे जाने की घटनाएं हुई थीं। अब ऐसी ही एक घटना गोपालगंज जिले में हुई है।

जागरण संवाददाता, गोपालगंज: जिले के थावे थाना क्षेत्र के धतिवना पंचायत के मुखिया सुखल मुसहर की मंगलवार की सुबह अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी। चुनावी रंजिश में वारदात को उस वक्त अंजाम दिया, जब मुखिया खेत में काम कर रहे थे। इस संबंध में मुखिया के छोटे भाई की पत्नी चांद ज्योति देवी ने थाने में पांच नामजद व पांच अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। घटनास्थल से एक खोखा बरामद किया गया है। इधर, आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर सुस्ती का आरोप लगाते हुए सड़क जाम कर नारेबाजी करने लगे। एसडीपीओ व एसडीओ उपेंद्र पाल के समझाने के बाद जाम खत्म हुआ। वारदात के बाद मृतक के स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
बताया जाता है कि धतिवना पंचायत के मठगौतम गांव निवासी मुखिया सुखल मुसहर धतिवना गांव के प्रकाश सिंह के यहां रहते थे। मंगलवार की सुबह मवेशियों को चारा खिलाने के बाद मेन गेट खोल रहे थे कि एक बाइक पर सवार दो अपराधी पहुंचे। उन्हें सीने में एक गोली मार दी। इसके बाद अपराधी भाग निकले। गोली चलने की आवाज सुनकर आसपास लोग दौड़ पड़े। लोगों ने देखा कि गोली लगने मुखिया लहूलुहान होकर गिरे हुए हैं। आनन-फानन में उन्हें सदर अस्पताल में ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मुखिया को मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची।
पुलिस ने शब्द को कब्जे ले कराया पोस्टमार्टम
सदर एसडीपीओ संजीव कुमार ने बताया कि मामले की जांच के क्रम में चुनावी रंजिश को लेकर हत्या की बात सामने आ रही है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जल्द ही हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके लिए छापेमारी की जा रही है। मुखिया के शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इसके बाद शव स्वजन को सौंप दिया गया।
Edited By Shubh Narayan Pathak