मुकेश सहनी ने किया जवाबी हमला, कहा- रीचार्ज छोडि़ए, तेजस्वी के पांच साल का टॉकटाइम खत्म
नेता प्रतिपक्ष ने मंत्री मुकेश सहनी के विधान परिषद के डेढ़ साल के कार्यकाल पर तंज किया था। आज सहनी ने पलटवार किया है। कहा- मुझे रीचार्ज करने के लिए झारखंड से आ रहा फोन इस बार ऐसा चारा आएगा जो सिर्फ पशु ही खा सकें।
पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार के पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) ने बुधवार को विधानपरिषद (Bihar Legislative Council) में तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के कुछ दिन पूर्व दिए गए रीचार्ज कूपन (Recharge Coupoun) वाले बयान का करारा जवाब दिया। बिना तेजस्वी का नाम लिए उन्होंने विपक्षी दल की ओर इशारा करते हुए कहा कि मेरी चिंता मत कीजिए। आपके नेता का टॉकटाइम पांच साल के लिए खत्म हो गया है। हमको तो झारखंड से रीचार्ज करने के लिए फोन आ रहा है।
दरअसल, सहनी झारखंड से फोन की बात कह लालू यादव (Lalu Yadav) पर तंज कस रहे थे। उल्लेखनीय है कि विधान सभा चुनाव के बाद भाजपा के एक विधायक को झारखंड से लालू यादव का फोन आया था। वे विधायक को मंत्री पद का लालच देकर अपनी पार्टी में शामिल होने को कह रहे थे। बातचीत का वीडियो वायरल हुआ था। लालू यादव चारा घोटाले मामले में झारखंड में जेल में थे। चुनाव के दौरान इलाज के लिए रिम्स के निदेशक के बंगले में थे।
आपने ही भगाया है
मुकेश सहनी अपने विभाग के बजट पर सरकार का पक्ष रख रहे थे मगर राजद के सदस्य लगातार टोका-टिप्पणी कर रहे थे। इस पर जदयू सदस्य नीरज कुमार ने चुटकी लेते हुए कहा कि मंत्री मुकेश सहनी राजद के लोगों को कांटे की तरह चुभ रहे हैं। मुकेश सहनी ने भी कहा कि आप लोगों ने ही भगाया था, अब मेरी बात क्यों बुरी लग रही है। उन्होंने विपक्ष की चुटकी लेते हुए कहा कि इस बार ऐसा चारा लाया जा रहा है, जो केवल पशु खा सकेंगे, आदमी नहीं।
बता दें कि सदन में तेजस्वी यादव ने मुकेश सहनी को कहा था कि आप चुप रहिए, आप तो रिचार्ज कूपन हैं। पता नहीं भाजपा फिर रिचार्ज करें या करें। दरअसल, वे मुकेश सहनी के विधान परिषद में डेढ़ साल के छोटे कार्यकाल पर तंज कर रहे थे।
35 हजार मीट्रिक टन मछली जा रही बाहर : मंत्री
राजद सदस्य सुनील कुमार सिंह के सवाल का जवाब देते हुए मंत्री मुकेश सहनी ने बताया कि राज्य से 35 हजार मीट्रिक टन मछली दूसरे राज्यों में भेजी जा रही है। पहले दूसरे राज्यों से दो लाख टन मछली आती थी जो अब सिर्फ 40 हजार टन रह गई है।
जीविका दीदी के माध्यम से तालाबों की बंदोबस्ती के सवाल पर मंत्री ने स्पष्ट किया कि केवल तालाब की देखरेख का अधिकार जीविका दीदियों को दिया जा रहा है। मछलीपालन का अधिकार मछुआरों के पास ही होगा। तालाबों के अतिक्रमण पर जवाब देते हुए कहा कि राज्य में 96 हजार तालाब हैं। इसमें से 32 हजार तालाब पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के पास है, जिसमें 26 हजार तालाबों की हर साल बंदोबस्ती की जा रही है। मछलीपालकों के लिए नाव, जाल आदि मुहैया कराने की स्कीम लाई जा रही है।