13 जून को खत्म हो रहा मलमास का महीना, अब होंगे मांगलिक कार्य
13 जून को मलमास का महीना खत्म हो रहा है। इसके बाद ¨हदू धर्म में कोई भी मांगलिक कार्य हो सकेंगे। मान्यता है कि मलमास के दौरान कोई मागलिक कार्य संपन्न नहीं किए जाते है।
पटना [जेएनएन]। ऐसा मान्यता है कि जिस साल मलमास का महीना लगता उस साल मलमास माह में कोई भी मांगलिक कार्य नहीं होते है। मसमास शब्द का तात्पर्य हिन्दी माह के अनुसार एक ही नाम का महीना का दो बार लगना।
13 जून को मलमास खत्म हो रहा है। इसके बाद शादी-ब्याह आदि शुभ कार्य होने शुरू हो जाएंगे। कर्मकाड विशेषज्ञ पडित राकेश झा ने बताया कि इस वर्ष अधिक ज्येष्ठ मास रहने के कारण मलमास लगा है। इसके कारण 32 महीने और 16 दिन के बाद मलमास पड़ता है, इसे पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है। इस दौरान भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करने के साथ जप, हवन एव श्रीमद्भागवत कथा सुनने से मनोवाछित फल मिलता है। मलमास में गगा दशहरा और वट सावित्री व्रत पड़ने से यह माह उत्तम मास हो गया।
13 जून की मध्य रात्रि 1.35 के बाद से मलमास तिथि खत्म होगी। 14 जून और 15 जून को षड्शीति सक्राति के बाद से मागलिक कार्य आरंभ होंगे। 18 जून को शादी-ब्याह के लिए पहला लग्न शुरू होगा। विवाह मुहूर्त 18 जून से आरंभ होकर मिथिला पचाग के अनुसार 15 जुलाई एव बनारस पचाग के अनुसार 16 जुलाई तक है। वही 23 जुलाई को हरिशयन एकादशी व्रत मनाया जाएगा। 23 जुलाई को हरिशयन एकादशी व्रत आरंभ होने के साथ चार माह तक शादी ब्याह आदि मागलिक कार्य नहीं होंगे। हरिशयन एकादशी से ही भगवान विष्णु चार माह तक शयन मुद्रा में चले जाते हैं। इस बार 19 नवबर को देवोत्थान एकादशी होगी। जिसके बाद सभी मागलिक कार्य आरंभ हो जाएगा।
::13 जून की मध्य रात्रि 1.35 के बाद से मलमास होगा खत्म
:: 14 जून से शादी-ब्याह आदि मागलिक कार्य होंगे आरंभ
:: 18 जून को शादी-ब्याह के लिए शुभ मुहूर्त
:: 23 जुलाई से 19 नवबर तक नहीं होंगे शुभ कार्य। मलमास के बाद शादी विवाह के मुहूर्त
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बनारसी पंचाग के अनुसार -
जून : 18,19,20,21,23,25,27.
जुलाई : 5,6,9,10,11,16
दिसबर : 10,15,16.
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मिथिला पचाग के अनुसार
जून : 18, 20, 21, 22, 23, 24, 25, 27, 28, 29.
जुलाई : 1, 2,4,5,10,11,15.