बिहार के क्वारंटाइन सेंटर में प्रवासी मजदूरों ने किया हंगामा, पुलिस हाथ जोड़कर मनाती रही
बिहार के नवादा स्थित ट्रांजिट क्वारंटाइन सेंटर पर अव्यवस्था से नाराज प्रवासी मजदूरों ने बुधवार को जमकर हंगामा किया। आरोप लगाया कि न खाना मिल रहा है ठीक से न ही पानी।
नवादा, जेएनएन। बिहार के नवादा आइटीआइ परिसर स्थित ट्रांजिट क्वारंटाइन सेंटर पर अव्यवस्था से नाराज प्रवासी मजदूरों ने बुधवार को जमकर हंगामा किया। प्रवासी मजदूर सेंटर में किसी प्रकार की सुविधा नहीं होने का आरोप लगा रहे थे। हंगामे की खबर मिलते ही नगर थाने की पुलिस वहां पहुंच गई। आनन-फानन में कई अधिकारी भी पहुंचे और मजदूरों को समझाकर किसी तरह शांत कराया। इस दौरान अव्यवस्थित ढंग से भोजन पैकेट बांटा गया।
दरअसल, मंगलवार की रात दूसरे राज्यों से बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर नवादा पहुंचे थे। उन्हें आइटीआइ स्थित क्वारंटाइन सेंटर में ठहराया गया था, लेकिन खाने-पीने व सोने से लेकर कई प्रकार की समस्याएं थीं। बुधवार दोपहर तक खाने-पीने के लिए कुछ नहीं मिलने पर मजदूरों का धैर्य जवाब दे गया और वे हंगामा करने लगे। भोजन उपलब्ध कराने के बाद उन मजदूरों को संबंधित प्रखंड क्वारंटाइन सेंटरों में भेज दिया गया।
मजदूरों का आरोप, न पानी और न ही भोजन
हंगामा कर रहे प्रवासी मजदूरों ने बताया कि मंगलवार की रात से ठहरे हैं, लेकिन बुधवार दोपहर तक भोजन नहीं दिया गया है। सुबह कुछ ही कर्मी उपस्थित थे, वे भी कोई सही जानकारी नहीं दे पा रहे थे। मजदूरों ने बताया कि कमरे में सोने के लिए भी समुचित व्यवस्था नहीं है। एक कमरे में कई लोगों को ठहराया गया है, इससे शारीरिक दूरी के नियम की धज्जियां उड़ रही थीं। एक छोटे से कमरे में कई लोगों को रात गुजारनी पड़ी। सुबह में न पीने के लिए पानी मिला और न ही खाने के लिए नाश्ता। मजदूरों ने बताया कि साफ-सफाई की व्यवस्था नहीं है। शौचालय गंदा है। इस स्थिति में रहे तो निश्चित ही बीमार पड़ जाएंगे।
प्रभारी संतोष झा ने बताया
इधर, डीपीआरओ सह आइटीआइ क्वारंटाइन सेंटर के प्रभारी संतोष कुमार झा का कहना है कि आइटीआइ क्वारंटाइन सेंटर में विलंब से पहुंचे कुछ श्रमिक खाने के लिए आपाधापी करने लगे थे। कुछ लोग भोजन के दो-तीन पैकेट ले लिए। इससे कुछ मजदूर भोजन से वंचित रह गए थे। बाद में सभी को भोजन उपलब्ध कराया गया। हंगामे जैसी कोई बात नहीं है।