बोरिंग रोड चौराहे पर मेडिकल कर्मियों ने काटा बवाल, पुलिस ने रोका तो लेट गए सड़क पर
राजधानी में वाहन जांच के दौरान सोमवार को बोरिंग रोड चौराहे पर विभिन्न अस्पतालों के दो मेडिकल कर्मियों ने डेढ़ घंटे तक खूब हंगामा किया।
पटना, जेएनएन। वाहन जांच के दौरान सोमवार को बोरिंग रोड चौराहे पर विभिन्न अस्पतालों के दो मेडिकल कर्मियों ने डेढ़ घंटे तक खूब हंगामा किया। इस कारण चौराहे पर दो दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी पहुंच गए। आइजीआइएमएस के कर्मचारी की हरकतों से आजिज आकर पुलिस ने बिना जुर्माना लिए उसकी स्कूटी छोड़ दी, जबकि एक निजी अस्पताल के परचेज मैनेजर राकेश कुमार की नौटंकी का ट्रैफिक पुलिस पर असर नहीं हुआ और उसकी स्कूटी जब्त कर ली गई।
खुद को बताया आइजीआइएमएस का कर्मचारी
दरअसल, बोरिंग रोड चौराहे पर पुलिस ने बिना हेलमेट के स्कूटी चला रहे युवक को रोका। उसने खुद को आइजीआइएमएस का कर्मचारी बताया। उसकी स्कूटी के पिछले नंबर प्लेट पर पुलिस का लोगो लगा था। वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर मैनपुरा निवासी राजेश सक्सेना की पत्नी प्रीति कुमारी के नाम पर है। पुलिस ने उसे चौराहे पर आने को कहा तो वह गाड़ी के पीछे दौड़ते हुए वहां पहुंचा और जमीन पर गिर पड़ा। वह अजीबोगरीब हरकतें करने लगा तो पुलिस ने उसे स्कूटी की चाबी लौटा दी और उसे जाने दिया।
दूसरे ने भी जमकर किया हंगामा
एक के बाद पाटलिपुत्र चौराहे के पास स्थित एक निजी अस्पताल का परचेज मैनेजर राकेश कुमार पुलिस की कार्रवाई की जद में आ गया। उसकी स्कूटी पर तेलंगाना की नंबर प्लेट लगी थी। वाहन के कागजात दुरुस्त नहीं थे। उसने खुद को मेडिकल स्टाफ बताया और गाड़ी छोड़ने की जिद करने लगा। पुलिस की सख्ती पर वह एक हजार तक जुर्माना देने को तैयार हुआ पर कानून सम्मत तीन हजार रुपये मांगे जा रहे थे। इसके बाद वह स्कूटी पर बैठ गया और क्रेन से उठाने नहीं दे रहा था। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग इकत्रित हो गए। ये तमाशा काफी देर तक चलता रहा। पुलिस ने दोनों की तबीयत खराब होने पर पानी भी देने की कोशिश की पर वे अपनी बात पर अड़े रहे।