अब घर के पास ही होगा इलाज, रेडक्रॉस कर रहा इंतजाम
दैनिक जागरण के अभियान 'माय सिटी माय प्राइड’ के तहत जब पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल पर मरीजों के दबाव की बात सामने आई तो सोसाइटी ने आगे बढ़कर पहल की।
नीरज कुमार, पटना। जहां चाह, वहां राह। बिहार रेडक्रॉस सोसाइटी इसकी मिसाल है। कम संसाधनों के बावजूद अपनी सोच और सेवा के दम पर सोसाइटी लगातार समाजसेवा के नए काम कर रही है। दैनिक जागरण के अभियान 'माय सिटी माय प्राइड’ के तहत जब पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल पर मरीजों के दबाव की बात सामने आई तो सोसाइटी ने आगे बढ़कर पहल की। बिहार रेडक्रॉस सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. विनय बहादुर सिन्हा ने राउंड टेबल कांफ्रेंस में ही घोषणा की कि हर वार्ड में पॉली क्लीनिक खोली जाएगी। वर्तमान में राजधानी में 72 वार्ड हैं। सभी वार्डों में एक क्लीनिक होने से शहर के मरीजों का बड़ी राहत मिलेगी। अब उन्हें शहर के बड़े अस्पतालों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। हर मरीज का अपने मोहल्ले में ही इलाज हो जाएगा।
जल्द मेयर व पार्षदों के साथ बैठक
डॉ. विनय बहादुर सिन्हा ने जागरण कार्यालय में ही मेयर से वार्ड क्लीनिक की कार्ययोजना पर बात कर ली। तय हुआ कि जल्द ही सभी पार्षदों के साथ मेयर व बिहार रेडक्रॉस सोसाइटी के डॉक्टर बैठेंगे।
मुफ्त में चश्मा देता है रेडक्रॉस
बिहार रेडक्रॉस सोसाइटी अपने गांधी मैदान स्थित मुख्यालय में मरीजों के लिए कई सेवाएं दे रहा है। कई विभागों की ओपीडी शुरू की गई है। यहां पर आंख विभाग की ओपीडी शुरू की गई है। इस विभाग के माध्यम से गरीब मरीजों को मुफ्त में चश्मा प्रदान किया जाता है। यहां पर जैसे ही कोई मरीज आंखों की परेशानी लेकर आता है, सबसे पहले उसकी जांच की जाती है। जांच के उपरांत दवाएं दी जाती हैं।
अल्ट्रा साउंड तक की जांच
बिहार रेडक्रॉस में बाजार से कम कीमत पर खून-पेशाब से लेकर अल्ट्रा साउंड तक की जांच की व्यवस्था की गई है। इससे मरीजों को काफी राहत मिलती है। राजधानी के मध्य में स्थित रेडक्रॉस में पटना सिटी से लेकर दानापुर तक के मरीजों को पहुंचने में काफी आसानी होती है। कोई भी मरीज यहां पर आकर जांच करा सकता है। इसके अलावा यहां पर दांतों के इलाज के लिए भी एक अस्पताल शुरू किया गया है।
मॉडल टीकाकरण केंद्र
बिहार रेडक्रॉस में सरकार की मदद से मॉडल टीकाकरण केंद्र खोला गया है। टीकाकरण केंद्र से माताओं एवं बच्चों को काफी मदद मिल रही है। यहां पर एक दिन से लेकर 18 वर्ष तक के किशोर के टीकाकरण की व्यवस्था की गई है। यहां पर पोलियो, डिपथिरिया, टेटनस सहित कई बीमारियों के टीके बच्चों को लगाए जाते हैं। बच्चे या मां को टीकाकरण के लिए कोई शुल्क नहीं देना होता है।
एड्स जागरूकता सेंटर
बिहार रेडक्रॉस में जागरूकता केंद्र खोला गया है। यहां पर राज्यभर से आने वाले लोगों को एड्स के बारे में जानकारी दी जाती है। इसके अलावा इस केंद्र पर गर्भ निरोधी दवाएं भी लोगों को मुहैया कराई जा रही हैं।
22 ब्लड बैंक बचा रहे लोगों की जान
बिहार रेडक्रॉस पटना समेत राज्य के 22 जिलों में ब्लड बैंक संचालित कर रहा है। इन बैंकों से राज्यभर के मरीजों को रक्त मुहैया कराया जा रहा है। बिहार रेडक्रॉस द्वारा अब तक लाखों लोगों को रक्त मुहैया कराकर जान बचाई गई है।