पटना मेयर की 'अग्निपरीक्षा' आज, आधी रात तक हुई लामबंदी Patna News
पटना नगर निगम में आज का दिन महत्वपूर्ण होगा। मेयर सीता साहू की कुर्सी रहेगी या बचेगी इसका फैसला बुधवार को हो जाएगा।
By Edited By: Published: Wed, 03 Jul 2019 01:49 AM (IST)Updated: Wed, 03 Jul 2019 09:03 AM (IST)
पटना, जेएनएन। मेयर सीता साहू की कुर्सी रहेगी या बचेगी, इसका फैसला बुधवार को हो जाएगा। मेयर के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर दोपहर बाद बांकीपुर अंचल में चर्चा होगी जिसके बाद पार्षद मतदान करेंगे। इस दौरान मेयर के समर्थक और विरोधी गुट के पार्षदों के बीच टकराहट की स्थिति भी बन सकती है। इसको लेकर डीएम ने बांकीपुर अंचल में धारा 144 लागू कर दी है।
चलता रहा बैठकों का दौर
सुबह से ही पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। मेयर की कुर्सी को लेकर मंगलवार को आधी रात तक बैठकों का दौर चला। मेयर सीता साहू के समर्थन में पूर्व मेयर अफलज इमाम भी आ गए हैं। देर रात उनके पटना सिटी स्थित आवास पर मेयर गुट के समर्थक पार्षदों की बैठक हुई। इसमें बड़ी संख्या में पार्षद मौजूद थे। जो पार्षद वहां नहीं पहुंच पाए उन्हें फोन किया गया। इधर, विरोधी खेमे के पार्षदों की बैठक पूर्व डिप्टी मेयर विनय कुमार पप्पू की अगुवाई में जंक्शन के पास होटल में हुई। इसमें मेयर पद की संभावित दावेदार रजनी देवी के अलावा अन्य पार्षद शामिल हुए।
कुर्सी बचाने और गिराने को लेकर दोनों पक्ष अपने -अपने हिसाब से आंकड़े और गणित पर चर्चा करते रहे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नंबर गेम में पिछड़ने पर विरोधी गुट सदन से वाक आउट करने की रणनीति भी बना सकता है। गायब पार्षद पहुंचे पटना, होटल में ठहराए गए मेयर के खिलाफ 26 पार्षदों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने के बाद लगभग एक-एक कर पंद्रह पार्षद यहां से गायब हो गए थे। दोनों गुट इन पार्षदों से संपर्क करने में लगा था। मंगलवार की शाम तक सभी पार्षद पटना पहुंच गए। सूत्रों के अनुसार कुछ पार्षदों को हवाई जहाज का टिकट उपलब्ध कराया तो कुछ को निजी टैक्सी बुक कर पटना लाया गया। इन पार्षदों को एक होटल में ठहराया गया है।
वहीं से सीधे वे बांकीपुर अंचल कार्यालय में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और मतदान में भाग लेने पहुंचेंगे। बॉक्स डिप्टी मेयर की खाली कुर्सी सबसे बड़ा मोहरा मेयर के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर पार्षदों की लामबंदी पिछले एक सप्ताह से हो रही है। डिप्टी मेयर की खाली कुर्सी को मोहरा बनाकर पार्षदों का समर्थन मांगा जा रहा। विरोधी गुट के पार्षद खुलकर कह रहे कि मेयर कई पार्षदों को डिप्टी मेयर बनाने के नाम पर उनका समर्थन मांग रही हैं। पूर्व डिप्टी मेयर विनय कुमार पप्पू का भी कहना है कि जानबूझकर सत्ता पक्ष डिप्टी मेयर के उम्मीदवार का एलान नहीं कर रहा। इसके अलावा नगर निगम के सशक्त स्थायी समिति के सदस्य बनाए जाने के नाम पर भी वोट की डील हो रही।
चलता रहा बैठकों का दौर
सुबह से ही पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। मेयर की कुर्सी को लेकर मंगलवार को आधी रात तक बैठकों का दौर चला। मेयर सीता साहू के समर्थन में पूर्व मेयर अफलज इमाम भी आ गए हैं। देर रात उनके पटना सिटी स्थित आवास पर मेयर गुट के समर्थक पार्षदों की बैठक हुई। इसमें बड़ी संख्या में पार्षद मौजूद थे। जो पार्षद वहां नहीं पहुंच पाए उन्हें फोन किया गया। इधर, विरोधी खेमे के पार्षदों की बैठक पूर्व डिप्टी मेयर विनय कुमार पप्पू की अगुवाई में जंक्शन के पास होटल में हुई। इसमें मेयर पद की संभावित दावेदार रजनी देवी के अलावा अन्य पार्षद शामिल हुए।
कुर्सी बचाने और गिराने को लेकर दोनों पक्ष अपने -अपने हिसाब से आंकड़े और गणित पर चर्चा करते रहे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नंबर गेम में पिछड़ने पर विरोधी गुट सदन से वाक आउट करने की रणनीति भी बना सकता है। गायब पार्षद पहुंचे पटना, होटल में ठहराए गए मेयर के खिलाफ 26 पार्षदों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने के बाद लगभग एक-एक कर पंद्रह पार्षद यहां से गायब हो गए थे। दोनों गुट इन पार्षदों से संपर्क करने में लगा था। मंगलवार की शाम तक सभी पार्षद पटना पहुंच गए। सूत्रों के अनुसार कुछ पार्षदों को हवाई जहाज का टिकट उपलब्ध कराया तो कुछ को निजी टैक्सी बुक कर पटना लाया गया। इन पार्षदों को एक होटल में ठहराया गया है।
वहीं से सीधे वे बांकीपुर अंचल कार्यालय में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और मतदान में भाग लेने पहुंचेंगे। बॉक्स डिप्टी मेयर की खाली कुर्सी सबसे बड़ा मोहरा मेयर के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर पार्षदों की लामबंदी पिछले एक सप्ताह से हो रही है। डिप्टी मेयर की खाली कुर्सी को मोहरा बनाकर पार्षदों का समर्थन मांगा जा रहा। विरोधी गुट के पार्षद खुलकर कह रहे कि मेयर कई पार्षदों को डिप्टी मेयर बनाने के नाम पर उनका समर्थन मांग रही हैं। पूर्व डिप्टी मेयर विनय कुमार पप्पू का भी कहना है कि जानबूझकर सत्ता पक्ष डिप्टी मेयर के उम्मीदवार का एलान नहीं कर रहा। इसके अलावा नगर निगम के सशक्त स्थायी समिति के सदस्य बनाए जाने के नाम पर भी वोट की डील हो रही।
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