शहीद का पार्थिव शरीर आया गांव तो दिखी टोले की बदहाली, अब होगा कायाकल्प
पुलवामा हमले में शहीद हुए मसौढ़ी के संजय सिन्हा के गांव की सूरत बदलने की सुध सरकार ने ले ली है।
रमण शुक्ला, पटना। किसने सोचा था कि गांव की सूरत बदलने की पहल इस तरह से होगी। पटना जिले के मसौढ़ी के टोला तारेगना मठ संजय कुमार सिन्हा देश के लिए शहीद हो गए। पुलवामा के कायराना आतंकी हमले में शहीद होने के बाद उनका पार्थिव शरीर जब उनके घर लाया गया, तो टोले की बदहाली की चर्चा चली। दैनिक जागरण ने शनिवार के अंक में शहीद संजय के मोहल्ला तारेगना मठ का सच खबर के जरिए इस समस्या को उभारा गया, तो सरकार ने उसके कायाकल्प का फैसला किया।
अखबार में छपी खबर तो आया ख्याल
नागरिक सुविधाओं की दयनीय स्थिति को जानकर राज्य सरकार एक्शन के मोड में आ गई है। नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा है कि शहीद संजय के मोहल्ले की परेशानियां दूर की जाएंगी। अखबार में छपी खबर पर नगर विकास मंत्री की नजर पड़ी तो उन्होंने अपने सहयोगियों से विस्तृत जानकारी मांगी। उन्होंने बताया कि सोमवार को कार्यालय खुलते ही वह विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद को विस्तृत योजना बनाने का निर्देश देंगे।
स्कूल खुलवाने का भी रहेगा प्रयास
राज्य सरकार की कोशिश होगी कि हफ्ते भर के अंदर नाली-गली एवं सड़कों की समस्याओं को दूर करने के लिए शिलान्यास कार्यक्रम का आयोजन कराया जाए। मोहल्ले में स्कूल खुलवाने का भी प्रयास किया जाएगा, ताकि बच्चों को ज्यादा दूर नहीं जाना पड़े। उन्होंने कहा कि तमाम कार्यो को मसौढ़ी नगर परिषद के माध्यम से सुनिश्चित कराया जाएगा। रेलवे लाइन से होकर जाने वाले रास्ते को भी पक्का कराने के लिए राज्य सरकार की ओर से जरूरी पहल की जाएगी। अगर रेलवे की जरूरत पड़ेगी तो उससे भी आग्रह किया जाएगा। मोहल्ले में बिजली की आपूर्ति के लिए पोल गाड़ने के लिए निर्देश दिया जाएगा।