कोरोना से बेदम बाजार को त्योहारी सीजन से उम्मीद
कोरोना संक्रमण के कारण मार्च से लगे लॉकडाउन के बाद बाजार अब धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगा है। त्योहारी सीजन से व्यवसायियों को काफी उम्मीदें हैं।
पटना। कोरोना संक्रमण के कारण मार्च से लगे लॉकडाउन के बाद बाजार अब धीरे-धीरे पटरी पर लौटने की कोशिश कर रहा है। बीते छह महीने में बाजार के तकरीबन हर सेक्टर में तेज गिरावट दर्ज की गई है। कई सेक्टर में डिमांड अब भी न्यूनतम है तो कुछ सेक्टर में सुधार की प्रक्रिया दिखने लगी है। विश्वकर्मा पूजा के मौके पर ऑटोमोबाइल सेक्टर में अच्छा कारोबार हुआ।
बाजार से जुड़े विशेषज्ञ बताते हैं कि कोरोना काल में रेडीमेड कपड़ा, इलेक्ट्रॉनिक्स, फर्नीचर एवं साज-सज्जा बाजार में लगभग 50-70 फीसद की गिरावट आई है। इलेक्ट्रॉनिक्स व रेडीमेड कपड़ा दुकानों में सेल्समैन, फर्नीचर दुकानों में कारीगर व सेल्समैन की लगभग 30-50 फीसद तक छंटनी हुई है। दुकानदारों ने सभी कर्मचारियों को व्यवसाय रफ्तार पकड़ने के बाद फिर से कार्य पर लौटाने का भरोसा दिया है।
राजधानी की प्रमुख कपड़ा मंडी खेतान मार्केट के अध्यक्ष राम लाल खेतान ने बताया कि बाजार में रौनक गायब है। कोरोना के कारण लग्न आदि प्रभावित हुआ है। इसके कारण बीते छह महीने में रेडीमेड व कपड़ा सेक्टर में 100 करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित हुआ है। अब उम्मीद दुर्गापूजा व दीपावली से है। कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के अध्यक्ष अशोक वर्मा ने बताया कि कोरोना के कारण परेशानी काफी बढ़ी है। बाजार में ग्राहकों के नहीं लौटने से कारोबार 60-80 फीसद तक प्रभावित हुआ है।
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इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में 180 करोड़ का हुआ कारोबार
कोरोना काल में इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में 45 फीसद कारोबार रहा है। आदित्य विजन के एमडी निशांत प्रभाकर ने बताया कि पूरे सेक्टर में बीते वर्ष लगभग 400-500 करोड़ का कारोबार हुआ था, लेकिन इस वर्ष अब तक महज 180-200 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ है। अब आइपीएल के कारण टेलीविजन की खरीदारी को लेकर उत्साह देखा जा रहा है। आगे और बेहतर होने की उम्मीद है।
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शादी-विवाह बंद होने से शांत है फर्नीचर सेक्टर
नाला रोड, राजधानी की प्रमुख फर्नीचर मंडी है। यहां मंगलवार की दो बजे तक दुकानों में सन्नाटा पसरा दिखा। ड्रीम्स फर्नीचर के लवधेश प्रसाद बताते हैं कि कोरोना संक्रमण के कारण शादियां और अन्य आयोजन ठप पड़े हैं। लोगों ने अनावश्यक खर्च को भी कम कर दिया है। बीते छह महीने में 80 फीसद तक दुकानदारी खत्म हो चुकी है। कारखाना बंद होने के कारण कारीगर को फिलहाल छुट्टी दे दी गई है। पटना सिटी के नीरज कुमार ने बताया कि व्यवसाय में 70-80 फीसद तक गिरावट है। कारखाने में भी काम अभी बंद है।