दीघा जमीन विवाद: विरोध जताने बड़ी संख्या में जुटे किसान, निजी स्कूल रहे बंद
पटना के राजीव नगर स्थित दीघा जमीन विवाद में किसान विरोध जताने पहुंच गए। सुबह से किसानों ने सरकार विरोधी नारे लगाए। इस दौरान आसपास के इलाके के निजी स्कूल बंद कर दिए गए थे।
पटना, जेएनएन। दीघा जमीन विवाद मामले में किसान लामबंद हो गए हैं। सरकार के द्वारा बिना मुआवजा दिए छह एकड़ जमीन कब्जाने के मामले में बुधवार को सुबह से दीघा में किसान जुट गए। इस दौरान किसानों द्वारा सरकार विरोधी नारे लगाए गए। साथ ही आसपास के इलाके के सभी निजी स्कूल बंद कर दिए थे।
विरोध को देखते हुए पहले से प्रस्तावित निर्णय के तहत दुकानें भी बंद कर दी गई। विरोध जताने के लिए बड़ी संख्या में किसान जुटे थे। दीघा आवास बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले बड़ी संख्या में लोग जुटे। इस दौरान बड़ी संख्या में फोर्स की तैनाती रही। जिला प्रशासन की ओर से कब्जाई जमीन पर जवानों ने कैंप लगा दिया है।
छह एकड़ की जमीन का किया था बंटवारा
विदित हो कि काफी दिनों से विवादित राजीवनगर के दीघा की जमीन का निबटाया 19 जनवरी को प्रशासन ने कर दिया था। ये जमीन काफी समय से खाली पड़ी थी। जिसपर अवैध लोगों ने कब्जा कर लिया था। छह एकड़ जमीन को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा था। जमीन पर सरकार के द्वारा कब्जा कराने के दौरान जमकर बवाल हुआ था। इसमें करीब दस से अधिक पुलिस के जवानों को चोटें आई थीं। किसानों ने राजीव नगर की मेन रोड जाम कर दी थी। कई वाहनों में आग लगा दी थी। बवाल करने में कुछ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था।
तीन खंडों में कराया था कब्जा
बवाल के बीच दीघा की विवादित भूमि पर प्रशासन ने तीन खंड में कब्जा दिलाया था । इसे सीमा सशस्त्र बल, सीबीएसई और राजीव नगर थाने को दिया गया है। इसमें सीमा सशस्त्र बल को ढ़ाई एकड़, सीबीएसई को ढ़ाई एकड़ और राजीव नगर थाना के भवन निर्माण के लिए एक एकड़ जमीन बिहार राज्य आवास बोर्ड आवंटित की गई।