मांझी ने राजद के रघुवंश बाबू को दी श्रद्धांजलि, तेज प्रताप पर तंज कसा- एक लोटा पानी की कीमत वो क्या जाने
लाेकप्रिय नेता रघुवंश प्रसाद सिंह की 75वीं जयंती पर तेज प्रताप यादव की एक लोटा पानी वाली टिप्पणी का जिन्न फिर बोतल से निकल आया है। मांझी ने जीवन के आखिरी समय में समाजवादी नेता रघुवंश बाबू को अपमानित करने के लिए तेज प्रताप यादव को निशाने पर लिया है।
पटना, ऑनलाइन डेस्क। मनरेगा मैन के नाम से प्रसिद्ध पूर्व केंद्रीय मंत्री व राजद के वरीय नेता रघुवंश प्रसाद सिंह की 75वीं जयंती पर आज रविवार को एनडीए में शामिल हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने ट्वीट कर उन्हें नमन किया है। जीतन राम मांझी ने राजद पर इशारों-इशारों में हमला बोला है। साथ ही लालू के बड़े पुत्र व विधायक तेज प्रताप यादव को जीवन के आखिरी समय में रघुवंश बाबू को अपमानित करने के लिए निशाने पर लिया है। मांझी ने ट्वीट किया : 'रघुवंश बाबू की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन। आज घडिय़ाली आंसू बहाने वालों, एक लोटा पानी की कीमत आप लोग कभी नहीं समझ पाओगे।' मालूम हो कि रघुवंश बाबू के अंतिम दिनों में उनके पार्टी से नाराज हो जाने पर तेजप्रताप यादव ने उन्हें एक लोटा पानी की संज्ञा दी थी, जिसको लेकर खूब राजनीतिक बयानबाजी हुई थी।
यह था एक लोटा पानी का विवाद
बता दें कि लालू यादव के बेहद करीबी माने जानेवाले समाजवादी नेता रघुवंश बाबू बिहार विधान सभा चुनाव से पहले वैशाली के पूर्व सांसद रामा सिंह को राजद में शामिल किए जाने की बात पर बेहद खफा थे। उस वक्त वे कोरोना पॉजिटिव से नेगेटिव होने के बाद तबीयत में सुधार नहीं होने के कारण एम्स दिल्ली में भर्ती थे। उन्होंने अस्पताल से ही करीब 32 वर्षो के साथ के बाद राजद अध्यक्ष लालू यादव को रांची, रिम्स में अपना इस्तीफा भेजा दिया। उनके इस्तीफा पर मीडिया ने जब तेज प्रताप यादव की प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने कह दिया कि राजद समंदर है, एक लोटा पानी निकल भी जाएं तो कुछ नहीं बिगड़नेवाला। इसके बाद तो बिहार की सियासत में जैसे भूचाल आ गया था। लालू ने तेज प्रताप यादव को तुरंत रांची तलब किया और फटकार लगाई। लालू ने रघुवंश बाबू का इस्तीफा भी मंजूर नहीं किया। उन्हें एक इमोशनल चिट्ठी लिखी। लालू की फटकार के बाद तेज प्रताप यादव ने अपना बयान वापस ले लिया था। इसके कुछ दिनों बाद ही पिछले साल 13 सितंबर को रघुवंश बाबू का एम्स में निधन हो गया था।
टिप्पणी पर लज्जित थे तेज
अपनी टिप्पणी पर लज्जित तेज प्रताप यादव ने रघुवंश बाबू के निधन के बाद अपने आवास में ही एक पेड़ के नीचे अकेले हाथ जोड़कर उनकी तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए थे। तेज किसी भी सार्वजनिक श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए थे। आज रघुवंश बाबू की 75वीं जयंती पर तेज प्रताप यादव ने उसी पुरानी तस्वीर को ट्विटर पर शेयर कर नमन किया है।