Manipur Assembly Election Results: मणिपुर से सीएम नीतीश के लिए गुड न्यूज, जानिए छह सीटों पर जेडीयू की जीत के मायने
Manipur Assembly Election Results मणिपुर विधानसभा चुनाव में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जेडीयू ने छह सीटों पर जीत दर्ज कर ली है। जेडीयू वहां बीजेपी से अलग होकर चुनाव मैदान में था। इस खबर में जानिए जीत के जेडीयू के लिए मायने।
पटना, ऑनलाइन डेस्क। Manipur Assembly Election Results: पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं। बिहार के संदर्भ में बड़ी खबर यह है कि मणिपुर की 60 सीटों में से छह पर जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने जीत दर्ज कर ली। जेडीयू का मुख्य आधार बिहार में है। बिहार के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार में जेडीयू के नीतीश कुमार (Nitish Kumar) मुख्यमंत्री हैं। बिहार की नीतीश सरकार में भारतीय जनता पार्टी (BJP) व जेडीयू एक साथ हैं। हालांकि, मणिपुर में एनडीए के ये दोनों घटक दल अलग-अलग हैं। जेडीयू को राष्ट्रीय पार्टी (National Party) का दर्जा दिलाने के लिए मणिपुर में मिले वोट महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे। इस लिहाज से यह पार्टी व नीतीश कुमार के लिए गुड न्यूज है।
मणिपुर में हैं विधानसभा की 60 सीटें
मणिपुर में विधानसभा की 60 सीटें हैं। बीते चुनाव की बात करें तो इनमें से कांग्रेस ने 28 सीटें जीतीं थीं, लेकिन 21 सीटें जीतने वाली भारतीय जनता पार्टी ने नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) और नगा पीपुल्स फ्रंट (NPF) जैसे दलों को साथ लेकर सरकार बना ली थी। वर्तमान चुनाव परिणाम आने के बाद भी एनपीपी और एनपीएफ जैसे दल बीजेपी के साथ जा सकते हैं। हालांकि, दोनों दलों ने चुनाव बीजेपी से अलग होकर लड़ा है। राज्य में बहुमत का आंकड़ा 31 है।
छह सीटों पर जेडीयू ने दर्ज की जीत
मणिपुर के चुनाव परिणाम में बीजेपी को निर्णायक बढ़त मिली है। भाजपा ने 32 सीटें जीत ली हैं। वहीं जेडीयू ने छह सीटों पर परचम लहराया है। मणिपुर में जेडीयू ने टिपाईमुख विधानसभा सीट पर एनएस सनाते जीत के साथ अपना खाता खोला। इसके बाद पार्टी ने पांच अन्य सीटें जीत ली हैं। आगे सरकार बनाने को लेकर जेडीयू का स्टैंड क्या होगा, इसपर पार्टी प्रवक्ता अरविंद निषाद ने कहा कि इसका फैसला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे।
मणिपुर में दो चरणों में हुआ था मतदान
मणिपुर में 28 फरवरी व पांच मार्च को दो चरणों में मतदान हुआ था। पहले चरण में 38 तो दूसरे चरण में 22 सीटों पर वोट पड़े थे। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह की हिंगांग सीट से चुनाव मैदान में हैं। बीरेन सिंह मणिपुर में बीजेपी के पहले मुख्यमंत्री हैं।
जानिए, जेडीयू के लिए जीन के मायने
सवाल यह है कि बिहार के बाहर मणिपुर में जेडीयू क्यों चुनाव मैदान में कूदा? दरअसल, जेडीयू बिहार के बाहर अपना जनाधार बढ़ाने की कोशिश में लगा है। इसलिए उसकी नजर पूर्वोत्तर राज्यों पर है। जेडीयू वहां 'राज्य पार्टी' का दर्जा पाने के लिए चुनाव लड़ रही है। जेडीयू पहले से ही बिहार और अरुणाचल प्रदेश में 'राज्य पार्टी' का दर्जा प्राप्त कर चुकी है। अगर इसे दो और राज्यों में 'राज्य पार्टी' का दर्जा मिल जाता है तो वह राष्ट्रीय पार्टी बन जाएगी। चुनाव आयोग से 'राष्ट्रीय पार्टी' के रूप में मान्यता प्राप्त करने के लिए तीन शर्तों में से एक के अनुसार उसे चार लोकसभा सीटों के अलावा किसी भी चार या अधिक राज्यों में कम से कम छह फीसद वोटों की भी आवश्यकता है। पिछले विधानसभा चुनावों में जेडीयू ने पहले ही बिहार और अरुणाचल प्रदेश में छह फीसद से अधिक वोट हासिल कर लिए हैं और लोकसभा में बिहार से उसके 16 सदस्य हैं। जेडीयू अगर अगले कुछ सालों में मणिपुर तथा एक और राज्य में छह फीसद वोट हासिल कर लेता है तो वह 'राष्ट्रीय पार्टी' की मान्यता पाने की शर्तों को पूरा कर लेगा। इसके लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नजर साल 2023 में होने जा रहे नगालैंड विधानसभा चुनाव पर भी है। जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्वोत्तर के प्रभारी अफाक अहमद खान ने कहा हैा कि मणिपुर के बाद पार्टी नागालैंड विधानसभा चुनाव पर फोकस करेगी।
मणिपुर विधानसभा चुनाव में 6 सीटों पर जदयू की शानदार जीत के लिए मणिपुर की जनता को बधाई एवं उनका हार्दिक अभिनंदन। उनका हृदय से आभार कि उन्होंने जद(यू) को सेवा का अवसर दिया। जदयू के विजयी उम्मीदवारों, समर्पित कार्यकर्ताओं को भी बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं। विजयी उम्मीदवार पूरी लगन एवं मेहनत से मणिपुर की जनता की सेवा करेंगे, ऐसा मुझे विश्वास है। - नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार - Janata Dal (United) (@jduonline) 10 Mar 2022