बालिका गृह यौन हिंसा: लड़कियों को नशा देने वाला गिरफ्तार, मंजू व मधु का भी सरेंडर
मुजफ्फरपुर के बालिका गृह यौन हिंसा कांड में मंगलवार अहम दिन रहा। कांड के एक अहम आरोपी को गिरफ्तार किया गया तो दो हाई प्रोफाइल आरोपितों ने सरेंडर किए।
पटना [जागरण टीम]। मुजफ्फरपुर के बालिका गृह यौन हिंसा मामले में पीडि़त लड़कियों को नशे का इंजेक्शन देने वाला अश्विनी मंगलवार सीबीआइ के हत्थे चढ़ गया। सीबीआइ ने उसे मुजफ्फरपुर के कुढ़नी इलाके से गिरफ्तार किया। इसके पहले मंगलवार को ही इस मामले में विवादित होकर कुर्सी गंवाने वाली पूर्व मंत्री मंजू वर्मा ने बेगूसराय कोर्ट में सरेंडर किया तो कांड के मुख्य आरोपित ब्रजेश ठाकुर की राजदार मधु ने मुजफ्फरपुर में खुद को सीबीआइ के हवाले कर दिया।
लड़कियों से किए गए थे अमानवीय व्यवहार
मुजफ्फरपुर के बालिका गृह कांड में लड़कियों के साथ अमानवीय व्यवहार किए गए। उन्हें नशे का इंजेक्शन देकर बराबर दुष्कर्म किया जाता था। टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टीआइएसएस) की सोशल ऑडिट रिपोर्ट में इसका खुलासा होने के बाद हड़कम्प मच गया। इसके बाद मुख्य आरोपित ब्रजेश ठाकुर सहित कई रसूखदार लोग सलाखों के पीछे पहुंचा दिए गए तो कई अभी भी फरार हैं। इन्हीं में शामिल अश्विनी को गिरफ्तार किया गया तो मधु ने सरेंडर किया। उधर, इस मामले में पूर्व मंत्री मंजू वर्मा के घर पर छापेमेारी में अवैध हथियार मिले, जिस मामले में उन्होंने सरेंडर किया।
लड़कियों को नशे का इंजेक्शन देने वाला गिरफ्तार
मंगलवार देर शाम कुढऩी व फकुली ओपी की पुलिस की सहयोग से सीबीआइ की टीम ने मुजफ्फरपुर के जेल चौक निवासी अश्विनी कुमार को गिरफ्तार किया। वह काफी दिनों से फरार चल रहा था। उसके पिता डॉक्टर हैं। अश्विनी पर ब्रजेश के लिए काम करने का आरोप है। उसपर आरोप है कि वह लड़कियों को नशे का इंजेक्शन देकर अचेत करता था, फिर उनके साथ दुष्कर्म होता था।
बताया जाता है कि सीबीआइ को सूचना मिली कि अश्विनी फकुली के फतेहपुर स्थित अपनी ससुराल में छिपा है। इसके बाद टीम ने छापेमारी कर उसे दबोच लिया। सीबीआइ की टीम उससे पूछताछ कर रही है।
पूर्व मंत्री मंजू वर्मा ने कोर्ट में किया सरेंडर
उधर, बालिका गृह कांड के सिलसिले में बेगूसराय स्थित घर पर छापेमारी के दौरान मिले अवैध हथियार व कारतूस के मामले में फंसी बिहार की पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा ने मंगलवार को बेगूसराय के मंझौल कोर्ट में सरेंडर कर दिया। मंजू वर्मा शॉल से मुंह ढंककर कोर्ट पहुंचीं। उनकी गिरफ्तारी को लेकर सुप्रीम कोर्ट के कड़े रूख के बाद हो रही पुलिस कार्रवाई के बाद उन्होंने सरेंडर किया।
पुलिस ने बीते 17 नवंबर को मंजू वर्मा के घर की कुर्की-जब्ती की थी। कुर्की के बाद अब उनका खाता सीज होने वाला था। इसके कारण उनपर दबाव बढ़ गया था। फरार होने के कारण जदयू ने भी उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया है।
मधु ने खुद को किया सीबीआइ के हवाले
बालिका गृह यौन हिंसा मामले में मोस्ट वांटेड मधु ने मंगलवार को खुद को सीबीआइ अधिकारियों के हवाले कर दिया। इसके बाद सीबीआइ पूछताछ के लिए उसे अपने साथ कैंप कार्यालय ले गई। उससे पूछताछ जारी है।
करीब छह माह पहले बालिका गृह यौन हिंसा प्रकरण सामने आया था। इसके बाद से ही पुलिस और बाद में सीबीआइ को उसकी तलाश थी।
मधु पटियाला जेल में बंद बालिका गृह यौन हिंसा मामले के मुख्य आरोपित ब्रजेश ठाकुर की राजदार मानी जाी है, हालांकि उसने इससे इनकार किया है। बालिका गृह के कर्मियों की बहाली से लेकर उसके संचालन तक में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका रहती थी। ब्रजेश ठाकुर की कृपा से ही उसे एनजीओ वामा शक्ति वाहिनी का मुख्य कर्ता-धर्ता बनाया गया था। पूर्वी व पश्चिमी चंपारण में एनजीओ का काम वही देखती थी। उसकी गिरफ्तारी को लेकर सीबीआइ बेचैन थी।