बिहार विधानसभा उपाध्यक्ष के लिए जदयू के महेश्वर हजारी और राजद के भूदेव चौधरी बने उम्मीदवार
बिहार विधानसभा में उपाध्यक्ष के पद के लिए जदयू के महेश्वर हजारी और राजद के भूदेव चौधरी ने नामांकन का पर्चा दाखिल कर दिया है। दो उम्मीदवार होने की वजह से कल चुनाव की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Politics: बिहार विधानसभा (Bihar Legislative Assembly) में उपाध्यक्ष (Deputy Chaiman) के पद के लिए जदयू (JDU) के महेश्वर हजारी (Maheshwar Hajari) और राजद के भूदेव चौधरी ने नामांकन दाखिल कर दिया है। दोनाें नेताओं ने मंगलवार को इस पद के लिए नामांकन दाखिल कर दिया है। हालांकि दावेदारों में जदयू की ओर से रत्नेश सदा (Ratnesh Sada) का भी नाम प्रमुखता से चल रहा था। छह साल बाद बिहार में इस पद पर किसी का चुनाव होने जा रहा है। इस पद के लिए नामांकन दाखिल करने की समयसीमा मंगलवार को दोपहर 12 बजे तक ही निर्धारित थी, जो अब खत्म हो चुकी है। दो प्रत्याशी मैदान में होने की वजह से उपाध्यक्ष का निर्वाचन अब बुधवार को मतदान के जरिये होगा।
चौथी बार विधायक बने हैं महेश्वर हजारी
महेश्वर हजारी समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर क्षेत्र से चौथी बार विधायक बने हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) की पुरानी सरकार में वे मंत्री भी थे। लोकसभा सदस्य भी रह चुके हैं। राजनीतिक लिहाज से अनुसूचित जाति के किसी सदस्य को यह पद दिया जाना है। अध्यक्ष पद भाजपा के पास है। ऐसे में यह पद जदयू के खाते में जाना तय है।
कभी विपक्ष को यह पद देने की थी परंपरा
बिहार विधानसभा की एक परंपरा विपक्षी खेमे से उपाध्यक्ष बनाने की रही है। परंतु 2012 से 2015 के बीच सत्तारूढ़ भाजपा के अमरेंद्र प्रताप सिंह को यह जिम्मेदारी दी गई थी। तब जदयू से उदय नारायण चौधरी अध्यक्ष थे। इस बार भी साफ है कि उपाध्यक्ष का पद सत्तारूढ़ दल के पास ही रहेगा।
प्रत्याशी बनने के लिए सूचना जारी
विधानसभा सचिव राज कुमार सिंह ने सोमवार को सभी सदस्यों को सूचित किया है। कोई भी सदस्य प्रत्याशी बन सकता है। इसके लिए उन्हें सचिव को संबोधित करते हुए पत्र देना पड़ेगा। एक सदस्य को प्रस्तावक होना जरूरी होगा। एक अन्य सदस्य अनुमोदन करेगा। जरूरत पड़ी तो मत विभाजन से चुनाव किया जाएगा।
भाजपा के जिम्मे है विधानसभा अध्यक्ष का पद
नीतीश सरकार में पहली बार विधानसभा अध्यक्ष का पद जदयू के अलावा किसी दल को मिला है। फिलहाल भाजपा के विजय कुमार सिन्हा इस पद पद आसीन हैं। इससे पहले नीतीश कुमार ने विधानसभा अध्यक्ष का पद हमेशा अपने दल के पास रखा। उनके दल से ही उदय नारायण चौधरी और बाद में विजय चौधरी काफी दिनों तक बिहार विधानसभा के अध्यक्ष रहे। यह सिलसिला तब भी जारी रहा जब नीतीश भाजपा का साथ छोड़कर राजद के साथ चले गए थे।