लव, पैसा, धोखा और मर्डर: पढ़ें अजब प्यार की ये गजब कहानी
प्यार, पैसा, धोखा और हत्या की अजब प्यार की गजब कहानी सामने आई है। पति ने गोली मारकर अपनी पत्नी और सौतेले बेटे की हत्या कर दी और फरार हो गया है।
पटना [जेएनएन]। फुलवारीशरीफ थाने के ईशानगर पठान टोली में सोमवार की रात ढाई बजे पति ने अपनी पत्नी और बेटे को गोलियों से छलनी कर दिया। बेटे की मौत मौके पर ही हो गई जबकि पत्नी ने पीएमसीएच में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
घटना के पीछे रुपये -पैसे और अवैध संबंध को लेकर विवाद सामने आया है। मृतक पत्नी का नाम खुर्शीदा बेगम (45) और बेटे का नाम फजल (15) है। जानकारी के मिलते ही मौके पर डीएसपी फुलवारी और थानाध्यक्ष घटना स्थल पर पहुंचे और मामले की छानबीन में जुट गये हैं।
घटना स्थल से पुलिस ने एक बाइक और 7.65 एमएम के चार खोखे बरामद किये हैं। इस बाबत डीएसपी फुलवारी रामाकांत प्रसाद ने कहा कि मृतका ने रियाजुद्दीन उर्फ बाबू भैया से दूसरी शादी की थी। पहले पति से इसे तीन बेटा और एक बेटी थी। जिसमें फजल भी एक था।
फजल इस बार दसवीं की परीक्षा में फेल हो गया था। रियाजुद्दीन और खुर्शीदा के बीच पैसों को लेकर विवाद चल रहा था। इसे लेकर मृतका खुर्शीदा ने अपने पति रियाजुद्दीन पर केस भी की थी जिसमें वह जेल भी गया था। पुलिस ने रियाजुद्दीन की भाभी मुसरत को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। क्योंकि घटना के समय उसने ही मुख्य द्वार का दरवाजा खोली थी।
रियाजुद्दीन खुर्शीदा और उसके बच्चों के साथ अपने पुश्तैनी मकान में रहता था। उसी मकान में उसके भाई, भाभी भी रहते हैं।
खुर्शीदा ने पहली शादी स्कूल संचालक से की थी
मिली जानकारी के मुताबिक मृतका खुर्शीदा बेगम ने पहली शादी पटना स्थित एक स्कूल के मालिक से की थी। पंद्रह -सोलह साल पूर्व खुर्शीदा उस स्कूल में पढ़ाती थी। इसी दौरान स्कूल के मालिक और इसके बीच प्यार हो गया था फिर दोनों ने शादी कर ली थी। स्कूल मालिक पूर्व से ही शादी -शुदा था।
जब इसकी जानकारी उसके बच्चों को हुई तो उनलोगों ने उस वक्त खुर्शीदा को पच्चीस लाख रुपये देकर उससे पिंड छुड़ाया था और मामले को रफा -दफा कर दिया था। स्कूल मालिक से खुर्शीदा के चार बच्चे थे जिसमें एक बेटी और तीन बेटा था। इसके बाद वह अपने बच्चों को लेकर फुलवारीशरीफ स्थित अपने पिता के घर चली आई थी।
उसके पिता सरकारी स्कूल में शिक्षक थे। फिलहाल रिटायर हो चुके हैं। फुलवारी का ही रहने वाला रियाजुद्दीन उर्फ बाबू भैया की नजर इसके पैसों पर थी। रियाजुद्दीन जमीन का दलाली करता था। वह जमीन खरीदकर उसे ऊंची कीमत पर बेचने का धंधा करना चाहता था। परंतु उसके पास इतने पैसे नहीं थे। लिहाजा वह खुर्शीदा से संबंध बढ़ाने लगा और 2007 में उससे शादी कर ली।
शादी के कुछ ही दिन बाद उसने बहला -फुसलाकर खुर्शीदा से उसके पैसे लेकर जमीन कारोबार में लगा दिया। जिससे वह काफी पैसा कमाने लगा। जब खुर्शीदा ने अपने पैसों की मांग की तो वह देने से इनकार कर दिया। इसे लेकर दोनों के बीच विवाद बढ़ता गया।
स्थानीय लोगों की मानें तो वह रियाजुद्दीन पर इस बात को लेकर भी दबाव बना रही थी कि वह पुश्तैनी मकान उसके बेटों के नाम पर कर दे। जबकि वह ऐसा नहीं करना चाहता था। क्योंकि खुर्शीदा और उससे एक ढाई साल का बेटा भी है। लगभग दो महीने जेल में रहने के बाद वह बाहर निकला था। इसके बाद पिछले साढ़े तीन महीने से वह घर पर नहीं रह रहा था।
सोमवार की रात ढाई बजे वह अपने चार दोस्तों के साथ खुर्शीदा के कमरे में पहुंचा और उसे गोली मार दी। गोली की आवाज सुनकर बेटा फजल मां को बचाने आया। इस दौरान उसने उसे भी गोली मार दी। घटना के बाद वह दोस्तों के साथ मौके से फरार हो गया। वहीं घटना स्थल पर एफएसएल की टीम भी जांच करने पहुंची ।