अब नहीं करना होगा घंटों इंतजार, एप पर पता चलेगा कितनी देर में आएगी कूड़ा गाड़ी
डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों की लोकेशन और उसकी टाइमिंग की जानकारी लोगों को मोबाइल एप से मिलेगी।
By Edited By: Published: Tue, 26 Mar 2019 11:00 PM (IST)Updated: Wed, 27 Mar 2019 09:38 AM (IST)
पटना, जेएनएन। कूड़े उठाने वालों के लिए अब सुबह-सुबह उठकर लंबा इंतजार नहीं करना होगा। केवल एप डाउनलोड कर कूड़ा गाड़ी के आने की जानकारी मिल जाएगी। इसके लिए निगम द्वारा एक एप बनाया जा रहा है। इससे लोगों को उनके यहां कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों की पूरी जानकारी मिलेगी। मसलन गाड़ियां कहां और किस समय मौजूद हैं इसकी पूरी जानकारी लोगों को उनके मोबाइल पर मिलेगी। जिन लोगों को यह शिकायत होती है कि उन्हें यह पता नहीं चलता कि गाड़ियां कब उनके घर के सामने से गुजरी, उनके लिए यह एप काफी कारगर साबित होगा।
जीपीएस और जीआइएस से लैस हो गई हैं गाड़ियां
एप को मोबाइल में डाउनलोड करने के बाद गाड़ियों की पल-पल की जानकारी उन्हें मिलती रहेगी। इसके लिए डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों को जीपीएस और जीआइएस सिस्टम से लैस कर दिया गया है। अब उन गाड़ियों की जिओ फेंसिंग की जा रही है। इसे लेकर निगम मुख्यालय में एक कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है। इस बाबत अपर नगर आयुक्त (सफाई ) शीला ईरानी ने बताया कि 15 दिनों में यह काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद एप की लांचिंग कर दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि ऐसी शिकायत मिल रही थी कि कई इलाके में कूड़ा उठाने वाली गाड़ियां नहीं पहुंच रही हैं। साथ ही ड्राइवर भी कूड़ा नहीं होने का हवाला देकर गाड़ियां लाकर खड़ी कर देता है। एप हो जाने से यह समस्या दूर हो जाएगी। जैसे ही एक सेक्टर में चलने वाली गाड़ियां दूसरी सेक्टर में जाएगी तो निगम दफ्तर में बने कंट्रोल रूम में लगे सिस्टम की बत्ती जलने लगेगी। इससे वैसे चालकों को फोन कर उसे दूसरे सेक्टर में जाने को लेकर जवाब तलब किया जा सकेगा।
जीपीएस और जीआइएस से लैस हो गई हैं गाड़ियां
एप को मोबाइल में डाउनलोड करने के बाद गाड़ियों की पल-पल की जानकारी उन्हें मिलती रहेगी। इसके लिए डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों को जीपीएस और जीआइएस सिस्टम से लैस कर दिया गया है। अब उन गाड़ियों की जिओ फेंसिंग की जा रही है। इसे लेकर निगम मुख्यालय में एक कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है। इस बाबत अपर नगर आयुक्त (सफाई ) शीला ईरानी ने बताया कि 15 दिनों में यह काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद एप की लांचिंग कर दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि ऐसी शिकायत मिल रही थी कि कई इलाके में कूड़ा उठाने वाली गाड़ियां नहीं पहुंच रही हैं। साथ ही ड्राइवर भी कूड़ा नहीं होने का हवाला देकर गाड़ियां लाकर खड़ी कर देता है। एप हो जाने से यह समस्या दूर हो जाएगी। जैसे ही एक सेक्टर में चलने वाली गाड़ियां दूसरी सेक्टर में जाएगी तो निगम दफ्तर में बने कंट्रोल रूम में लगे सिस्टम की बत्ती जलने लगेगी। इससे वैसे चालकों को फोन कर उसे दूसरे सेक्टर में जाने को लेकर जवाब तलब किया जा सकेगा।
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